रायगढ़: सुनील रामदास द्वारा आयोजित अग्र अभ्युदय हुआ भव्यता से संपन्न

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रायगढ़: रामदास द्रौपदी फाउंडेशन के चेयरमैन सुनील रामदास द्वारा अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन के तत्वावधान में अग्र अभ्युदय नामक कार्यक्रम गत 12 फरवरी को रायपुर में आयोजित किया गया था। उक्त कार्यक्रम बृजमोहन अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य और विजय अग्रवाल, वृजलाल गोयल, डॉ. अशोक अग्रवाल, डॉ. सम्पत अग्रवाल व नेतराम अग्रवाल के विशिष्ट आतिथ्य तथा सुनील रामदास के अध्यक्षता में आयोजित था। इस कार्यक्रम में पूरे प्रदेश से गणमान्य अग्र बंधुओं की उपस्थिति देखी गयी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बृजमोहन अग्रवाल और अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित करने के उपरान्त महाराजा अग्रसेन और स्व. रामदास अग्रवाल के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उसके पश्चात् मुख्य अतिथि और सभी अन्य अतिथियों का स्वागत उपस्थित अग्र बंधुओं द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर किया गया। तत्पश्चात् सभी अतिथियों ने सभा को संबोधित किया। उसके पश्चात् समाज के लोगों द्वारा किए गए कार्यों के लिए पूरे प्रदेश के अग्र बंधुओं को सम्मानित किया गया।

सभा संबोधन में अतिथियों की मुख्य बातें











सर्वप्रथम कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सुनील रामदास ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि समाज को सुदृढ़ बनाने के दिशा में हमें कार्य करने की आवश्यकता है। क्योंकि जब अग्र समाज सुदृढ़ होगा तभी देश के आर्थिक और सांस्कृतिक धारा को गति मिल सकती है। उन्होंने अपने संभाषण में इस वाक्य की व्याख्या करते हुए कहा कि अग्र समाज भारत का एक ऐसा समाज है, जिसने देश में 60 प्रतिशत मंदिर और धर्मशालाएं बनवाने का कार्य किया है। उसके पश्चात् सभी अतिथियों ने सभा को संबोधित किया और उनके भी संबोधन का केन्द्र भारत में धार्मिक व आर्थिक चेतनाओं को गति देने पर केन्द्रित रहा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बृजमोहन अग्रवाल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अपने समाज को समृद्ध बनाने के लिए किया जाने वाला कार्य प्रशंसनीय है।

किन्तु हमें अपने सेवा कार्यों में सर्व समाज का हित निहित हो, ऐसे कार्यों पर विशेष ध्यान देना चाहिए जैसे मंदिर बनाना तो अच्छी बात है, किन्तु धर्मशाला निर्माण भी उसका एक उपक्रम है। क्योंकि धर्मशाला तीर्थ स्थल से लेकर समाज के मांगलिक कार्यक्रमों आदि के लिए बहुत उपयोगी होता है। अर्थात् मंदिर के साथ-साथ धर्मशाला निर्माण और हर समाज के आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति को सहयोग का महाराजा अग्रसेन द्वारा दिए गए सिद्धांत के पालन से हमारे अग्र कुल की ख्याति बढ़ेगी।

कार्यक्रम में रायगढ़ के गणमान्य जन हुए सम्मानित

समाज में किए गए कार्यों के लिए समाजसेवी सुनील अग्रवाल (लेन्ध्रा), राकेश अग्रवाल (ए.आर. ग्रुप), अनूप बंसल, संजय अग्रवाल (एन.आर. ग्रुप) व स्वयं सेवी संस्थान सांझा चूल्हा को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बृजमोहन अग्रवाल और अन्य अतिथियों ने प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। उक्त कार्यक्रम में सांझा चूल्हा द्वारा किए जाने वाले कार्यों के विषय में सुशील रामदास द्वारा अग्र बंधुओं को बताया गया। जिसमें उन्होंने कहा कि अग्रसेन सांझा चूल्हा रायगढ़ में कम आय वर्ग के अग्र परिवारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से वर्ष 2019 में आरंभ की गयी। उक्त संस्थान 32 स्थाई सदस्यों वाली संस्थान है।

यह संस्थान रायगढ़ नगर के कम आय वर्ग के 110 परिवारों के लिए राशन, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में सुविधा उपलब्ध कराने का कार्य करती है। उन्होंने राशन के विषय पर बताया कि रायगढ़ नगर के 110 कम आय वर्ग के अग्र परिवारों को प्रतिमाह नगर के कुछ अच्छे राशन दुकानों से आवश्यकता के अनुरूप 50 प्रतिशत पर राशन दिलाया जाता है। जिससे कि उन परिवारों का राशन पर होने वाला व्यय आधा हो, ताकि उस धन को वह परिवार व्यापार में निवेश कर सके। वहीं शिक्षा के संबंध में उन्होंने बताया कि रायगढ़ नगर के कम आय वर्ग के अग्र परिवारों द्वारा नगर के किसी भी विद्यालय में बच्चों को पढ़ाया जाता है और यदि वह परिवार उस बच्चे का विद्यालयीन शुल्क देने के लिए संस्थान को सूचित मात्र करता है, तो बच्चे के पूरे विद्यालयीन शुल्क को सांझा चुल्हा द्वारा दिया जाता है।

वह विद्यार्थी क्यों न जिन्दल में पढ़ रहा हो। उसके अतिरिक्त स्वास्थ्य के विषय में उन्होंने बताया कि सांझा चूल्हा द्वारा उन परिवारों के लिए दवाइयों पर 30 प्रतिशत और चिकित्सा में होने वाले किसी प्रकार के जांच हेतु 50 प्रतिशत का अनुदान उपलब्ध कराया जाता है। वहीं उन्होंने व्यापार पर बताया कि कुटीर उद्योग अर्थात् जो घर से संचालित होने वाले उद्योग हैं। जैसे – महिलाओं द्वारा संचालित होने वाला बुटीक कार्य, ऐसे उद्योगों को प्रोत्साहन देने का कार्य सांझा चूल्हा द्वारा किया जाता है, जिससे कि उस अग्र परिवार को आत्मनिर्भर बनाया जा सके।

उसके लिए पूंजी उपलब्ध कराने का कार्य भी सांझा चूल्हा द्वारा किया जाता है। वहीं उन्होंने पहचान की गोपनीयता के संबंध में बताया कि सांझा चूल्हा का सबसे महत्त्वपूर्ण सामाजिक अनुबंध यह है कि हम उन परिवारों का नाम सार्वजनिक नहीं करते हैं, जो परिवार सांझा चूल्हा के निमित्त हैं। इसके पीछे हमारा तर्क यह है कि अग्र वर्ग के लोग बहुत ही स्वाभिमानी होते हैं और वे श्रम को जीवन जीने का आधार मानते हैं। यही कारण है कि उन अग्र परिवारों की पहचान सार्वजनिक नहीं की जाती है। सुशील रामदास द्वारा सांझा चूल्हा के कार्यों का रखे गये प्राक्कथन के पश्चात् सभी अतिथियों ने सांझा चूल्हा के कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा कीरायपुर।















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