CG News: प्रिंसिपल की छुट्टी; पैसे की गड़बड़ी की शिकायत, महिला प्राचार्य हटाई गईं

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धमतरी। कुरूद ब्लॉक के शासकीय हाईस्कूल भुसरेंगा में प्रभारी प्राचार्य सुनीता कोसरिया द्वारा आर्थिक अनियमितता किये जाने का मामला सामने आया है। शाला विकास समिति की शिकायत पर जिला शिक्षा अधिकारी टीआर जगदल्ले ने जांच समिति गठित कर जांच कराया। जिसमें शाला अनुदान एवं अन्य मदों में बिना प्रस्ताव के खर्च करना और फर्जी बिल वाउचर प्रस्तुत करने की पुष्टि हुई।

जाँच प्रतिवेदन में प्रभारी प्राचार्य सुनीता कोसरिया के विरूद्ध लगाये गए आरोपों की पुष्टि होने पर उन्हें हटा दिया गया है। उन्हें वही व्याख्याता बनाया गया है। प्रभारी प्राचार्य का दायित्व गीता यादव व्याख्याता एलबी को सौंपा गया है। शाला विकास एवं प्रबंधन समिति की सत्र 2024-25 की आय-व्यय विवरण संबंधी बैठक 5 अप्रैल को रखी गई थी। शाला प्रबंधन एवं विकास समिति अध्यक्ष एवं समस्त सदस्यों द्वारा सत्र 2024-25 की आय व्यय विवरण प्रस्तुत करने प्राचार्य को कहा गया। प्रस्तुत आय-व्यय विवरण में भारी अनियमितता पाई गई एवं फर्जी बिल वाऊचर प्रस्तुत किया गया। समिति द्वारा वित्तीय अनियमितता के खिलाफ उच्च कार्यालय को आवश्यक कार्यवाही के लिए पत्र लिखा गया। इसके बाद डीईओ ने जांच समिति का गठन कर जांच कराया। शाला विकास समिति के सदस्यों द्वारा कार्यवाही रजिस्टर की छायाप्रति मांगने पर प्रभारी प्राचार्य सुनीता कोसरिया शासकीय दस्तावेज समिति को दिखाने का आदेश नहीं है ऐसा कहकर दस्तावेज एवं प्रस्ताव कार्यवाही रजिस्टर नहीं दिखाई। छायाप्रति भी प्रदान नहीं की गई।













जिस पर शाला विकास समिति ने प्रभारी प्राचार्य सुनीता कोसरिया के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही करने एवं समस्त पंजियों की जांच कराने शिकायत की। शिकायत के बाद डीईओ ने जाँच समिति गठित कर जांच कराई। जांच में पुष्टी होने पर प्रभारी प्राचार्य को हटाया।

एसएमडीसी के सदस्यों के अनुसार शासन द्वारा प्राप्त शाला अनुदान एवं अन्य मदो जैसे स्काउट गाईट, कार्यकलाप, क्रीड़ा फं ड, रेडक्रॉस की राशि को शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के प्रस्ताव बगैर खर्च किया गया। फ र्जी बिल वाऊचर प्रस्तुत किया गया। जिससे पदाधिकारी पूरी तरह असंतुष्ट एवं नाराज थे। ईको क्लब के लिये प्राप्त राशियों से स्टेशनरी सामान खरीदने की बात प्रभारी प्राचार्य द्वारा कही गई एवं बगैर प्रस्ताव के मनमानी पूर्वक खर्च किया गया। जिसकी पुष्टि होने पर प्राचार्य का दायित्व सुनीता कोसरिया से छीन लिया गया।





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