पंचमी 13 अप्रेल की रात छत्तीसगढ़ी जसगीत के सम्राट दुकालू यादव देंगे अपनी प्रस्तुति, मंदिर न्यास करा रहा पांच दिवसीय सांस्कृतिक आयोजन






चंद्रपुर। मां चंद्रहासिनी की नगरी चंद्रपुर मैं चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर गोपाल जी महाप्रभु एवं श्री चंद्रहासिनी देवी मंदिर सार्वजनिक न्यास के तत्वाधान में शनिवार 13 अप्रेल से बुधवार 17 अप्रेल तक 5 दिवसीय लोक कला, संगीत एवं साहित्य कों लेकर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। कार्यक्रम के प्रथम दिन शनिवार 13 अप्रेल को छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध जसगीत गायक दुकालू यादव का जसगीत कार्यक्रम स्कूल खेल मैदान चंद्रपुर (थाना के सामने) में रखा गया है। इस बारे में जानकारी देते हुए मंदिर न्यास के प्रबंध न्यासी गोविन्द अग्रवाल ने बताया कि चैत्र नवरात्रि पर छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी भजन गायक दुकालू यादव का गायन कार्यक्रम रात 8 बजे शुरू हो जाएगा। गायक दुकालू यादव अपनी विशिष्ट गायन शैली से प्रदेश में जसगीत गायको में विशेष स्थान रखते है। हमें विश्वास है की दुकालू यादव को सुनने चंद्रपुर नगर के अलावा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में नागरिक पहुंचेंगे। उक्त कार्यक्रम का चयन जसगीत पर उनकी लोकप्रियता कों देखते हुए एवं चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर माँ चन्द्रहासिनी के स्मरण के जसगीत श्रवण हेतु किया गया है। इस दौरान गायक अपने लोकप्रिय गीतों साथ मांदर की थाप पर लोगो कों झूमाने चंद्रपुर में माँ चंद्रहासिनी के दरबार में अपनी प्रस्तुति देंगे।
बताना चाहेंगे की छत्तीसगढ़ी, माँ के जसगीत एवं माँ चन्द्रहासिनी पर कई सुपरहिट भजन गाने वाले दुकालू यादव का चंद्रपुर में यह पहला कार्यक्रम है। पंचमी कई रात आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम का इंतजार लोग आतुरता से कर रहे है।
कार्यक्रम विवरण :-
इस अवसर पर 13 अप्रेल से 17 अप्रेल कों होंगे पांच दिवसीय कार्यक्रम :- शाम 8 बजे से
स्थान – स्कूल खेल मैदान चंद्रपुर, सक्ती
- पंचमी 13 अप्रेल, दुकालू यादव, ख्यातिलब्ध छत्तीसगढ़ी गीत, भजन एवं जसगीत गायक. “चन्द्रहासिनी मैय्या”
- षष्ठी 14 अप्रेल, आरु साहू, प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी गीतों की बाल गायिका,, “अरपा पैरी की धार फेम.”
- सप्तमी 15 अप्रेल, स्वाति मिश्रा, लोकप्रिय रामभजन गायिका “राम आयेंगे तो अंगना सजाऊंगी..”
- अष्टमी 16 अप्रेल, कवि सम्मेलन, स्टार पोयेट अनामिका जैन ‘अंबर’, सौरभ जैन, स्वयं श्रीवास्तव, हिमांशु बवंडर, प्रबुद्ध सौरभ
- नवमी 17 अप्रेल, गरिमा, स्वरना दिवाकर, प्रसिद्ध लोकगीत एवं लोक कलाकार की प्रस्तुति
