किसी राजनीतिक दल का नहीं, मैं महादेव का स्टार प्रचारक हूं…. पं. प्रदीप मिश्रा

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कहा कथा श्रवण करने वालों से भी नहीं लिया जाता कोई पैसा
गोठान योजना को लेकर की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सराहना
समलैंगिक विवाह को बताया सनातन धर्म पर चोट पहुंचाने वाला

भिलाई।  अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने छत्तीसगढ़ में लागू गोधन न्याय योजना की सराहना की। शनिवार को पंडित प्रदीप मिश्रा ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान एक सवाल के जवाब में यह बात कही। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गोधन न्याय योजना के माध्यम से भला काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रायपुर में कथा के दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री जी ने बताया कि वे नंदी को गोठान में सुरक्षित रख रहे हैं। संसार में कोई भी यदि जीव हित का काम करता है वह सराहनीय कार्य होता है। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जो भी धर्म के साथ जीव की रक्षा करता है वह श्रेष्ठ काम होता है।

सिहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि वे भाजपा या कांग्रेस जैसी किसी भी राजनीतिक पार्टी के नहीं बल्कि भगवान महादेव के स्टार प्रचारक हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ में सरकार द्वारा लागू गोठान योजना का उदाहरण देकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सराहना की। श्री मिश्रा ने समलैंगिक विवाह को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्वीकृति प्रदान करने के सवाल का जवाब देते हुए इस तरह का विवाह कतई श्रेष्ठ नहीं है, यह सनातन धर्म पर चोट पहुंचाने वाला है।























देशभर में इन दिनों समलैंगिक विवाह को लेकर बहस छिड़ी हुई है। ऐसे में पं. प्रदीप मिश्रा सिहोर वाले ने इस पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि समलैंगिक विवाहों का प्रस्ताव जो रखा गया है वो श्रेष्ठ नहीं है। यह हमारे आने वाले सनातन धर्म को चोट पहुंचाने वाला है। ऐसा ही बयान कुछ दिन पहले शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने भी दिया था।

पं. प्रदीप मिश्रा इस समय इस्पात नगरी भिलाई के सिविक सेंटर स्थित जयंती स्टेडियम मैदान में 25 अप्रैल से 1 मई तक शिव महापुराण की कथा सुना रहे हैं। इस दौरान शनिवार 29 अप्रैल कैलाश नगर स्थित यजमान विनोद सिंह के निवास पर पत्रकारों से रूबरू हुए। उन्होंने कई सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अपने धर्म का प्रचार करना कहीं से गलत नहीं है, लेकिन दूसरे के धर्म और उनके देवता पर टिप्पणी करना गलत है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां अलग-अलग धर्म के देवता हैं। अगर उन्हें भगवान के रूप में पूज रहे हैं तो कुछ तो उनमें ऐसी अच्छाई होगी, जिससे वो पूजनीय है। इस संसार में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है, जिसमें कोई अवगुण न हो। इसलिए हमें चाहिए उनके अवगुण को छोड़कर उनके अच्छे गुण को निकालें और उन्हें जनमानस तक पहुंचाएं।

किसी से नहीं मिलता है सिहोर वाला बाबा लाखों आम भक्तों को छोड़कर सिर्फ वीआईपी लोगों से मिलने के सवाल पर पं. मिश्रा ने कहा कि वो हमेशा से व्यासपीठ के जरिए कहते हैं कि सिहोर वाला बाबा किसी से नहीं मिलता है। आप किसी से भी पूछना कि सिहोर वाले महराज किसी से मिले क्या । राजनेताओं और बड़े अधिकारियों के साथ फोटो वायरल होने के बारे में उन्होंने कहा कि वो एक माता जी से मिले थे। उन्होंने शिवनाम का उच्चारण अपनी पुस्तक पर लिखा तो उसमें शिव तत्व की छवि बनी हुई थी। उसी को दिखाने वो आईं थीं, तो उनसे वो मिले। जबकि हकीकत यह है कि पं. मिश्रा के साथ जिले के सभी बड़े राजनेताओं, मंत्रियों, और अधिकारियों के साथ फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं।

कहा तेजी से बढ़े धर्म परिवर्तन के लिए हम जिम्मेदार

धर्म परिवर्तन को लेकर पं. मिश्रा ने कहा कि धर्म परिवर्तन तेजी से बढ़ रहा है, कहीं न कहीं इसमें हमारी भी गलती है। हमारी गलती ये है कि हम उनको हटाने का प्रयास करते हैं, जो हमसे जुड़े हैं। उन्होंने अपने ऊपर उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे लाखों भक्त उनसे मिलना चाहते हैं, लेकिन साधाराण व्यक्ति उन तक नहीं पहुंच पाता। तो कहीं न कहीं हम उनको हटाने का प्रयास कर रहे हैं। इससे उनका मन टूटता है और जब मन टूटता है तब वो दूसरे धर्म या अनुयायी की ओर जाते हैं। उन्होंने कहा कि सभी धर्म अच्छे हैं, कोई धर्म बुरा नहीं है। अगर आप सतकर्म की ओर बढ़ रहे हैं तो ।

औषधि का काम कर रहा है बेलपत्र

पंडित मिश्रा ने कहा कि समस्या ग्रस्त लोगों को वे उपाय बताते हैं और वह वैज्ञानिक आधार पर होता है। आज मंदिरों में जो बेलपत्र चढ़ाते हैं वे पहले फेंक देते थे। आज उसे औषधि की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। बेलपत्र में ऐसा तत्व छिपा है जिससे बीपी, शुगर व थाईराइड जैसी बीमारियों का निवारण हो रहा है। कथा स्थल पर महंगे समान की बिक्री पर उन्होंने कहा कि जो भी धर्म की जगह पर ऊंची कीमतों पर बेचते हैं तो वह गलत करते हैं। यहां लिया गया पैसा कहीं न कहीं व्यर्थ ही होगा।

कानवेंट स्कूल देते हैं गुलामी की शिक्षा

पं. मिश्रा ने कहा कि हमारे देश में जो कानवेंट स्कूल हैं वो अंग्रेजों की देन हैं। यहां लोगों को गुलामी की नौकरी करने की शिक्षा दी जाती है। वो भी अपने बटों को कानवेंट में पढ़ाते हैं, लेकिन इसके साथ ही साथ वो गुरुकुल की शिक्षा भी ले रहे हैं। भारत के जो गुरुकुल हैं वो कभी नौकर बनना नहीं सिखाते। भारत के गुरुकुल राज सिंहासन की गद्दी पर बैठना सिखाते हैं। चाहे छत्रप्रति शिवाजी हों, महाराणा प्रताप या राजा जनक और दशरथ जी सभी गुरुकुल की शिक्षा पाकर ही राजगद्दी पर बैठे हैं। राज गद्दी तक पहुंचने का लक्ष्य हमारे गुरुकुल देते हैं। भारत की सभ्यता और संस्कृति देती है।

जातिगत की जगह आर्थिक आरक्षण को बताया सही

इस समय पूरे देश में जातिगत आरक्षण को लेकर बड़ी राजनीति चल रही है। ऐसे में पं. प्रदीप मिश्रा ने जातिगत आरक्षण को पूरी तरह से गलत बताया है। उनका कहना है कि जिसको जिस चीज की जरूरत हो उसको वह समय के अनुसार दे देना चाहिए। आज के समय में आर्थिक आरक्षण की जरूरत है। यहां किसी जातिवाद से मतलब नहीं होना चाहिए।

श्रेष्ठ नहीं है समलैंगिक विवाह

समलैंगिग विवाह को कानूनी मान्यता पर पंडित मिश्रा ने कि सनातन धर्म में समलैंगिक विवाह श्रेष्ठ नहीं हैं। इसे मान्यता नहीं मिलनी चाहिए। यदि ऐसा होता है तो यह हमारे सनातन धर्म के लिए चोट है। आरएसएस व बजरंग दल के समर्थन व भाजपा के स्टार प्रचारक होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे केवल शिव के स्टार प्रचारक है। भाजपा या कांग्रेस की बात नहीं है यहां हमारे सनातन धर्म की बात है। सनातन धर्म के साथ जो खड़ा है हम भी उनके साथ है। हमारा मत केवल इतना है कि सनातन धर्म की रक्षा होनी चाहिए। इस अवसर पर जीवन आनंद फाउंडेशन के संचालक विनोद सिंह भी उपस्थित थे।



































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