जशपुर। थाना आस्ता क्षेत्रांतर्गत एक गांव की प्रार्थिया ने दिनांक 12.06.24 को थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि दिनांक 03.06.24 को वह सुबह 07 बजे के लगभग गांव के ही एक घर में मजदूरी करने गई थी, दोपहर 11 बजे के लगभग अपने घर आई तो देखी कि उसकी 14 वर्षीय नाबालिक बेटी घर में नहीं है, जिसके संबंध में अपनी छोटी बेटी से पूछताछ करने पर वह बताई की, उसकी 14 वर्षीय नाबालिक बेटी को उसके पड़ोस में रहने वाली आरोपिया पुष्पा सुरेन अपने साथ ले गई है, आरोपिया के साथ आरोपिया की छ: माह की बच्ची भी है, शाम तक प्रार्थिया की नाबालिक बेटी व आरोपिया पुष्पा सुरेन के घर नहीं लौटने पर प्रार्थिया द्वारा आस पड़ोस, रिश्तेदारों में पता किया गया, कहीं पता नहीं चला।
रिपोर्ट पर थाना आस्ता में आरोपिया पुष्पा सुरेन के विरुद्ध 363 भा द वि के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लेते हुए, नाबालिक बालिका की पता साजी शुरू की गई।
विवेचना दौरान दिनांक 18.07.24 को जशपुर पुलिस को पता चला कि राउरकेला रेलवे स्टेशन में एक नाबालिक लड़की है, उसके साथ छ: माह की छोटी बच्ची है, जो की लावारिश हालत में रेलवे स्टेशन में हैं, जिन्हें रेलवे पुलिस द्वारा सुरक्षित अपने कब्जे में लेकर, नाबालिक लड़की से पूछताछ कर जशपुर पुलिस से संपर्क किया गया, मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह के दिशा निर्देश में
जशपुर पुलिस द्वारा तत्काल राउरकेला, उड़ीसा जाकर नाबालिक बालिका व छः माह की बच्ची को दस्तयाब कर वापस ला सकुशल परिजनों के सुपुर्द किया गया था।
पूछताछ पर नाबालिक पीड़ित बालिका ने बताया कि आरोपिया पुष्पा सुरेन उसे बहला फुसलाकर, काम करने के बहाने रायगढ़ ले गई थी, वहां कुछ दिन घरेलू काम करने के बाद, उसे बिलासपुर ले गई, वहां भी कुछ दिन काम किए, फिर आरोपिया उसे लेकर राउरकेला आई, वहां रेलवे स्टेशन में नाबालिक पीड़िता के हाथ में अपनी छः माह की बच्ची को देकर हमे छोड़कर ट्रेन से कहीं चली गई।
जशपुर पुलिस द्वारा लगातार फरार आरोपिया की पतसाजी की जा रही थी इसी दौरान पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली की आरोपिया पुष्पा सुरेन तमिलनाडु में है, जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह के दिशा निर्देश में एक पुलिस टीम गठित कर तमिलनाडु रवाना की गई, जहां ग्राम उथामानालूर थाना अचारपकम, जिला चेंगलपत(तमिलनाडु) से आरोपिया पुष्पा सुरेन को गिरफ्तार कर वापस लाया गया।
पुलिस पूछताछ में आरोपिया द्वारा अपराध घटित करना स्वीकार करने व अपराध सबूत पाए जाने पर दिनांक 01.02.25 को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया।
आरोपिया की गिरफ्तारी एवं जांच विवेचना में थाना प्रभारी आस्ता उप निरीक्षक संजय सिंह, सहायक उप निरीक्षक दीपक बड़ा, आरक्षक अनिल भगत, महिला आरक्षक अल्पना एक्का की सराहनीय भूमिका रही है।
उक्त मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह ने बताया कि दोनो नाबालिक बच्चियों को, राउरकेला पुलिस के सहयोग से पूर्व में ही बरामद कर लिया गया था। आरोपिया लगातार अपनी पोजीशन बदल रही थी, अंततः जशपुर पुलिस ने उसे तमिलनाडु से पकड़कर वापस जशपुर लाया।