दंतेवाड़ा। जिले में एक बार फिर ट्रेन के बेपटरी होने का मामला सामने आया है। गनीमत थी कि यह मालगाड़ी ट्रेन खाली थी। दरअसल, जानकारी के अनुसार दन्तेवाड़ा से किरन्दुल तरफ जा रही खाली मालगाड़ी भांसी रेल्वे स्टेशन से एक किलोमीटर आगे पोल क्रमांक 425(14) के पास पास पटरी से उतर गई। रेलगाड़ी के दो डब्बे करीबन 6.45 बजे तकनीकी खराबी के कारण बेपटरी हुई। वहीं बताया जा रहा है कि रेलवे के कर्मचारी मौके के लिए रवाना हो गए हैं।
सोमवार देर शाम विशाखापटनम से किरंदुुल जा रही मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए। किरंदुल-कोत्तावालसा रेललाइन (केके) पर किरंदुल रेलखंड अंतर्गत कमलूर-भांसी स्टेशन के बीच सात बजे हुई इस घटना के बाद सेक्शन में रेल आवागमन थम गया। सिंगल लाइन होने से लाइन क्लीयर होने तक रेल आवागमन रूका रहेगा। सोमवार शाम विशाखापटनम से किरंदुल जा रही पैसेंजर ट्रेन को घटनास्थल से 25 किलोमीटर पहले दंतेवाड़ा में रोक दिया गया।
मंगलवार को बेपटरी हुए डिब्बों को पटरी पर लाने का काम किया जाएगा। इसके कारण मंंगलवार सुबह विशाखापटनम-किरंदुल नाइट एक्सप्रेस को भी दंतेवाड़ा में रोकने के आदेश पहले ही जारी कर दिया गया है। घटना के संबंध में मिली जानकारी में बताया कि दुर्घटनाग्रस्त मालगाड़ी जम्बो रैक है। जिसमें 116 डिब्बे हैं। मालगाड़ी लौह अयस्क भरने किरंदुल जा रही थी। घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। किरंदुल सेक्शन के एक रेल अधिकारी से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि घटनास्थल पहुंचने के बाद ही डिब्बों के पटरी से उतरने का कारण पता चल सकेगा।
बता दें कि ये क्षेत्र नक्सल प्रभवित क्षेत्र हैं, जंहा नक्सली इस रूट पर कमालूर से नेरली के पास दर्जनों बार रेल को अपना निशाना बना चुके हैं। पुलिस के द्वारा जो जानकारी दी गई है उसके मुताबिक तकनीकी कारणों से विशाखापटनम से बैलाडिला जा रही खाली ट्रेन के दो डिब्बे बेपटरी हो गए हैं। ट्रेन के पटरी से उतर जाने के कारण इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही बंद हो गई है। वहीं नक्सल क्षेत्र होने के चलते सुधार कार्य भी सुरक्षा के बीच ही इस क्षेत्र में किया जाएगा। इस रूट पर सबसे ज्यादा लौह अस्यस्क भर कर ही ट्रेनों की आवाजाही होती है।