रायपुर। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के इतिहास में पहली बार किसी मुख्य न्यायाधीश ने वर्चुअल माध्यम से मामलों की सुनवाई की है। यह ऐतिहासिक पहल चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने तब की, जब वे पारिवारिक कारणों से लखनऊ में मौजूद थे।





गौरतलब है कि चीफ जस्टिस की माता की तबीयत खराब होने के कारण वे इलाज के सिलसिले में लखनऊ गए हुए हैं। हालांकि पारिवारिक जिम्मेदारियों के बावजूद उन्होंने अपने न्यायिक दायित्वों से कोई समझौता नहीं किया। उन्होंने कोर्ट में लंबित मामलों और याचिकाकर्ताओं की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए लखनऊ से ही वर्चुअली सुनवाई करने का निर्णय लिया।
चीफ जस्टिस ने रजिस्ट्रार जनरल को निर्देश दिए कि उनके डिवीजन बेंच और सिंगल बेंच से जुड़े मामलों को सूचीबद्ध किया जाए ताकि वे वर्चुअल माध्यम से सुनवाई कर सकें। नियत समय पर डिवीजन बेंच की सुनवाई शुरू हुई, जिसमें जस्टिस अरविंद वर्मा कोर्ट में उपस्थित थे जबकि चीफ जस्टिस सिन्हा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े।
See also अब लेटलतीफी पर शिकंजा, उपस्थिति को सोशल मीडिया पर करना होगा शेयर, लेट आने वाले 68 कर्मचारियों का कटेगा वेतन
सुनवाई के दौरान जस्टिस वर्मा और चीफ जस्टिस सिन्हा के बीच मामलों पर सीधी चर्चा हुई और सुनवाई सुचारु रूप से संपन्न हुई। इसके बाद, लंच ब्रेक के पश्चात चीफ जस्टिस ने सिंगल बेंच से जुड़े मामलों की भी वर्चुअल सुनवाई की।
कोविड-19 काल के दौरान वर्चुअल सुनवाई की शुरुआत तो हुई थी, लेकिन उस समय सिर्फ अधिवक्ताओं और याचिकाकर्ताओं को ऑनलाइन जुड़ने की सुविधा मिलती थी, जबकि जज कोर्ट में ही उपस्थित रहते थे। पहली बार ऐसा हुआ है कि खुद चीफ जस्टिस ने कोर्ट से बाहर रहकर ऑनलाइन माध्यम से पूरी सुनवाई का नेतृत्व किया।
