बिलासपुर। हाथी के बच्चे की मौत मामले के पड़ताल में ग्रामीण के कब्जे से कुल्हाड़ी, आरी, जीआई तार व सर्विस वायर बरामद हुआ था। जिसका उपयोग घटना को अंजाम देने के लिए किया गया था। वन विभाग को इस घटना की सूचना शुक्रवार शाम को मिली। जैसे ही पता कि हाथी के बच्चे हुई है अधिकारियों के हाथ- पैर फूल गए। आनन- फानन में विभाग के अफसर मौके पर पहुंचे। जांच- पड़ताल में यह पता चला कि किसी ने करंट प्रवाहित तार बिछाया था। जिसकी चपेट में आने से मौत हुई है।
वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज
इस दौरान सबसे पहले उस ग्रामीण को बुलाया गया, जिसके खेत में हाथी की मौत हुई थी। खेत की जांच में तीन खूंटे मिले। इसके अलावा दो कुल्हाड़ी, एक आरी, 200 मीटर जीआई तार और 100 मीटर सर्विस वायर बरामद हुआ। इस खेत मालिक कमल सिंह व उसके बेटे मनोज मरकाम को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ चल रही थी। इसके अलावा प्रकरण तैयार किया गया। दोनों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया गया। सोमवार को प्रकरण के साथ पिता व पुत्र को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
तीन और आरोपित की तलाश
पूछताछ के दौरान विभाग की मामले में तीन और ग्रामीणों के संलिप्तता की जानकाारी मिली है। उनकी पहचान भी हो गई है। वन विभाग की टीम उन्हें तलाश कर रही है। तीनों के घर पर दबिश भी दी गई। लेकिन, वह नहीं मिले। तीनों घटना के बाद से फरार है।
चारों हाथियों की बढ़ाई निगरानी, अभी अचानकमार टाइगर रिजर्व में कर रहे विचरण
घटना के बाद से अन्य चार हाथियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। यही कारण है उनकी निगरानी कराई जा रही है। वर्तमान में चारो हाथी सुरही व अचानकमार रेंज बीच में नजर आ रहे हैं।
एक दिन पहले सुरही रेंज में कुछ नुकसान भी पहुंचाया। इस घटना के बाद से ग्रामीण दहशत में है। हालांकि उन्हें समझाइश दी गई है कि हाथी से किसी को कोई खतरा नहीं है। केवल सावधान रहने की आवश्यकता है। वन विभाग निगरानी कर रहा है।
गांव के आसपास दल पहुंचने पर सूचना भी दी जाएगी। प्रबंधन का मानना है कि जब तक फसल की कटाई नहीं हो जाती, इसी तरह हाथियों की मौजूदगी रहेगी। इसके बाद उनके स्थाई ठिकाने पर लौटने की उम्मीद है।