रायपुर। पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा के एक्सटेंशन के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने मंजूर कर लिया है। 24 घंटे में ही मंजूरी देकर इसके आदेश जारी कर दिए गए हैं। डीजीपी अशोक जुनेजा को 6 माह का एक्सटेंशन मिला है।
अशोक जुनेजा 1989 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। चार अगस्त को उनका कार्यकाल पूरा हो रहा था। उनकी जगह नया डीजीपी बनाने के लिए जब राज्य सरकार ने आईपीएस का पैनल केंद्र को नहीं भेजा तो उसी समय माना जा रहा था कि जुनेजा कंटीन्यू करेंगे। एनपीजी ने भी इस खबर को प्रमुखता से प्रसारित की थी।






राज्य सरकार ने अशोक जुनेजा को 6 माह का एक्सटेंशन देने का प्रस्ताव मिनिस्ट्री आफ होम अफेयर्स को भेजा था। 24 घंटे के अंदर ही फाइल इतनी तेजी से घूमी कि मिनिस्ट्री आफ होम अफेयर्स के द्वारा प्रपोजल स्वीकार कर केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय को इसकी स्वीकृति के लिए प्रपोजल भेज दिया गया। केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय की अप्वाइंटमेंट कमेटी ने प्रपोजल को मंजूरी दे आदेश भी जारी कर दिया।
एक्सटेंशन का पहला केस
छत्तीसगढ़ बनने के बाद अभी तक न तो किसी डीजीपी को एक्सटेंशन हुआ है और न ही चीफ सिकरेट्री का। अशोक जुनेजा पहले डीजीपी होंगे, जिन्हें छह महीने का एक्सटेंशन मिलने जा रहा है। इससे पहले दो चीफ सिकरेट्री को एक्सटेंशन देने का प्रस्ताव जरूर गया था मगर भारत सरकार ने मना कर दिया।
नक्सल मोर्च पर बड़ी कामयाबी
नक्सल मोर्चे पर छत्तीसगढ़ में जिस तरह कामयाबी मिली है, उससे इसमें कोई संशय नहीं था कि अगर राज्य से प्रस्ताव जाएगा तो भारत सरकार मना कर दें। क्योंकि, पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा चुनाव के दौरान नक्सलियों के खात्मे को जमकर भुनाया।
अशोक जुनेजा छत्तीसगढ़ कैडर के 1989 बैच के आईपीएस हैं। मूलतः वे दिल्ली के रहने वाले हैं। एमएससी,एमटेक करने के बाद यूपीएससी क्रैक कर आईपीएस बने हैं। अशोक जुनेजा छत्तीसगढ़ के लगभग सभी प्रमुख पदों पर रह चुके हैं। वें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति में सेवा देने के अलावा कॉमनवेल्थ गेम्स के सुरक्षा का जिम्मा भी सम्हाल चुके हैं। वर्तमान में अशोक जुनेजा नवंबर 21 से छत्तीसगढ़ के डीजीपी हैं। अशोक जुनेजा को डीजीपी बनाने के लिए राज्य सरकार ने 5 वरिष्ठ आईपीएस अफसरों को सुपरशीड किया हैं।
