छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा जिले के एक गांव में छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्र का नाम मनोज कड़ती है। जो आश्रम में रहकर कक्षा 8वीं में पढ़ाई कर रहा था। बताया जा रहा है कि, छात्र दिनभर स्कूल से गायब था। जब शाम के समय अन्य छात्र स्कूल से आश्रम पहुंचे तो उन्होंने फंदे से लटकती मनोज की लाश देखी। मामला जिले के कुआकोंडा थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, छात्र मनोज कड़ती बुरगुम के आश्रम शाला में रहकर पढ़ाई करता था। रोज की तरह गुरुवार की सुबह भी अपने साथियों के साथ स्कूल के लिए रेडी हुआ था। स्कूल भी गया था। लेकिन अचानक दोपहर बाद छात्र स्कूल से गायब जो गया। स्कूल के अन्य छात्र मनोज को यहां-वहां ढूंढते रहे। इधर, जब शाम को स्कूल की छुट्टी हुई तो छात्र आश्रम लौटे।
जहां कमरे में फंदे से लटकती लाश मिली। जिसके बाद छात्रों ने इसकी जानकारी आश्रम अधीक्षक को दी। आश्रम अधीक्षक ने सुसाइड की जानकारी पुलिस समेत विभाग के अफसरों को दी। मौके पर जवान और विभाग के अफसर पहुंचे। फंदे से शव को नीचे उतारा गया। फिर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भिजवाया गया। इधर, अंदरूनी और नक्सल प्रभावित इलाका होने की वजह से देर शाम तक ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई थी।
बेड पर टेबल रखा, फिर लगाई फांसी
छात्र ने अपने बेड पर पहले टेबल रखी। फिर गमछा का फंदा बनाया। फंदा को पंखे से बांधा। जिसके बाद फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली। छात्र के सुसाइड करने का कारण अब तक सामने नहीं आया है। पुलिस और विभाग के अफसर मामले की जांच में जुटे हैं। मृत छात्र के साथियों से भी पूछताछ की जा रही है।