मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को पोला तिहार की दी बधाई, विष्णु भैया का सजा घर तीजा-पोरा पर, बहनों और माताओं को मायके में दी जाएगी महतारी वंदन की उपहार

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रायपुर, 01 सितंबर 2024। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों विशेष रूप से किसान भाईयों को पोला तिहार की बधाई और शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर उन्होंने सभी नागरिकों की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की है। पोला तिहार की पूर्व संध्या पर जारी अपने शुभकामना संदेश में श्री साय ने कहा है कि पोला तिहार किसानों का खेती किसानी से जुड़ा सबसे बड़ा त्योहार है। यह हमारे जीवन में खेती-किसानी और पशुधन का महत्व बताता है। इस दिन घरों में उत्साह से बैलों और जाता-पोरा की पूजा कर अच्छी फसल और घर को धन-धान्य से परिपूर्ण होनेे के लिए प्रार्थना की जाती है। यह छत्तीसगढ़ की परम्परा, संस्कृति और लोक जीवन की गहराइयों से जुड़ा पर्व है।

श्री साय ने कहा कि तीज-त्यौहार हमारी संस्कृति और परम्पराओं को अगली पीढ़ी तक पहुंचाते हैं। पोला के दिन मिट्टी के बर्तन और बैलों से खेलकर बच्चे अनजाने ही अपनी मिट्टी और उसके संस्कारों से जुड़ जाते हैं। श्री साय ने कहा कि अगली पीढ़ियों तक अपनी समृद्ध संस्कृति को पहुंचाने और उन्हें जमीन से जोड़े रखने के लिए पारंपरिक त्योहारों का संरक्षण और संवर्धन अवश्यक है।











मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का सजा घर तीजा-पोरा पर

छत्तीसगढ़ की गौरवशाली परंपरा हरेली पर्व मनाने के बाद अब विष्णु भैया का घर यानी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का मुख्यमंत्री निवास तीजा-पोरा के पारंपरिक गौरव की झांकी तरह सज रहा है। मुख्यमंत्री निवास को मिट्टी के खूबसूरत नंदिया बइला और रंगीन खिलौनों से सजाया जा रही है। परंपरागत वंदनवार के रंग बिखरने लगे हैं। मुख्यमंत्री निवास में मुख्यमंत्री साय की पत्नी कौशल्या साय सजावट के साथ-साथ परंपरागत छत्तीसगढ़िया व्यंजनों के साथ ठेठरी-खुरमी बनाने की तैयारी भी करवा रही हैं। तीजा-पोरा तिहार से पहले मुख्यमंत्री साय अपने निवास से ही बटन दबाकर 70 लाख महिलाओं के खाते में महतारी वंदन के एक- एक हजार रुपए भी भेजने वाले हैं।

हरेली की तरह मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के रायपुर स्थित निवास में तीजा-पोरा का तिहार 2 सितम्बर को सुबह 11 बजे से उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री निवास परिसर में छत्तीसगढ़ की परम्परा और रीति-रिवाज के अनुसार साज-सज्जा की गई हैं। इस मौके पर नांदिया-बैला की पूजा की जाएगी। तीजा महोत्सव का आयोजन होगा। तीजा-पोरा त्यौहार के लिए कार्यक्रम में बहनों को आमंत्रित किया गया है। इस तरह महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री निवास एक दिन के लिए मायका बन जाएगा। कार्यक्रम में विशेष रूप से महतारी वंदन योजना से लाभान्वित महिलाएं, महिला स्वसहायता समूहों की महिलाए और मितानिनों सहित लगभग 3 हज़ार महिलाओं को आमंत्रित किया गया है। इस अवसर पर महिलाओं के कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यक्रम, योजनाओं से अवगत कराने हेतु प्रदर्शनी एवं स्टॉल भी लगाया गया है।

महिलाओं के कल्याण की प्रचलित योजना एवं कार्यक्रम हेतु संस्कृति विभाग के माध्यम से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा, साथ ही खेल विभाग के समन्वय से महिलाओं के लिए खेल का भी आयोजन होगा।

इस अवसर पर प्रतिभागी महिलाओं को राष्ट्रीय पोषण माह 2024 अंतर्गत शपथ पत्र का वाचन भी कराया जाएगा।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राष्ट्रीय पोषण माह 2024 के अवसर पर पोषण एवं स्वास्थ्य से संबंधित पोस्टर का विमोचन भी करेंगे। साथ ही मुख्यमंत्री साय कार्यक्रम स्थल से प्रदेश में सुपोषण रथ का संचालन हेतु सुपोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी दिखाएंगे।। इस दिन घरों में उत्साह से बैलों और जाता-पोरा की पूजा कर अच्छी फसल और घर को धन-धान्य से परिपूर्ण होनेे के लिए प्रार्थना की जाती है। यह छत्तीसगढ़ की परम्परा, संस्कृति और लोक जीवन की गहराइयों से जुड़ा पर्व है।

श्री साय ने कहा कि तीज-त्यौहार हमारी संस्कृति और परम्पराओं को अगली पीढ़ी तक पहुंचाते हैं। पोला के दिन मिट्टी के बर्तन और बैलों से खेलकर बच्चे अनजाने ही अपनी मिट्टी और उसके संस्कारों से जुड़ जाते हैं। श्री साय ने कहा कि अगली पीढ़ियों तक अपनी समृद्ध संस्कृति को पहुंचाने और उन्हें जमीन से जोड़े रखने के लिए पारंपरिक त्योहारों का संरक्षण और संवर्धन अवश्यक है।

 

 















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