बालोद। बालोद जिले से बड़ी घटना सामने आ रही है, जहां पर जिले के अर्जुंदा नगर पंचायत से लगे ग्राम टिकरी में डायरिया की चपेट में आने से पति-पत्नी की मौत हो गई। अस्पताल में इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, दोनों मृतकों का राजनांदगांव में इलाज चल रहा था, जहां इलाज के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया। वहीं घटना के बाद से गांव में मातम पसरा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में बीते 22 सितंबर से डायरिया का प्रकोप देखने को मिल रहा है। हालत बदतर होते जा रहे हैं। मृतक का नाम धनराज कुर्रे 75 वर्ष और उनकी पत्नी उर्मिला बाई 70 वर्ष बताई जा रही है।
पति का देखभाल करने गई थी पत्नी
अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार, पति के पीड़ित होने पर पत्नी धर्म निभाते हुए उसकी पत्नी देखभाल करने अस्पताल गई हुई थी, जहां पर संक्रमित व्यक्ति की पत्नी भी संक्रमण का शिकार हो गई, पत्नी की मृत्यु के कुछ घंटे बाद पति ने भी दम तोड़ दिया। आपको बता दें कि गांव में लगभग 100 से अधिक लोग डायरिया की चपेट में हैं, स्वास्थ्य विभाग भी वहां पर देखरेख बचाव कार्य में लगी हुई है, मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि पत्नी की मृत्यु पहले हुई सुबह और शाम को उसके पति की मृत्यु हुई है।
डायबिटीज और हाइपर टेंशन के मरीज थे दोनों
बालोद जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी महेश सूर्यवंशी ने बताया कि दोनों को 22 सितंबर को रेफर किया गया था, उस समय तक स्थिति नियंत्रण में थी। उन दोनों पति पत्नियों को डायबिटीज और हाइपरटेंशन की शिकायत थी। उसके मल्टी ऑर्गन्स फेल हो चुके थे और डायरिया में लगभग हमने नियंत्रण पा लिया है। अभी चार मरीज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती हैं लेकिन ये बात सही हैं की दोनों डायरिया से शिकार हुए थे।
अहिल्या चुरेंद्र, सरपंच टिकरी ने बताया कि दवाई डाली गई है। पूर्व में समाचार प्रकाशन के बाद जेसीबी के माध्यम से लीकेज वाले स्थान को खोदकर सुधार करने का प्रयास किया गया था। लेकिन बोर चालू बंद करने वाले ऑपरेटर ने अलग तरीक़े से सुधार करने की बात कहते हुए मना कर दिया। वर्तमान में जिस बोर से गंदा पानी आ रहा था, उस पानी की सप्लाई रोककर नगर पंचायत अर्जुंदा के टैंकर के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। समान आ चुका है जल्द सुधार काम शुरू हो जाएगा।