जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में किरंदुल-विशाखापट्टनम रेलवे ट्रैक पर चट्टान गिरने से ये रेल मार्ग 12 जुलाई तक बंद हो गया है। सोमवार रात से अफसर ट्रैक से मलबा हटाने में जुटे हैं। किरंदुल से जगदलपुर होते हुए विशाखापट्टनम जाने वाली पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। कोत्तावालसा-किरंदुल रेल लाइन रेल लाइन पर दौड़ने वाली कुछ ट्रेनों का रूट डायवर्ट भी किया गया है।
रेलवे के अफसरों ने बताया कि, अरकू रेलवे स्टेशन के नजदीक चिमड़ीपल्ली और बोर्रागुहालु के बीच लैंडस्लाइड हुआ है। सोमवार की देर शाम बड़ी-बड़ी चट्टानें टूटकर पटरी पर गिर गई। जिसकी वजह से मार्ग बाधित हो गया है। इस मामले की जानकारी मिलते ही अफसर खुद एक्सीडेंट रिफिल ट्रेन लेकर मौके पर पहुंचे। रात से ही मार्ग बहाल करने का काम किया जा रहा है। अफसरों की मानें तो इस काम में 24 घंटे का वक्त लग सकता है।
बस्तर को विशाखापट्टनम से जोड़ने वाला यह इकलौता रेलवे मार्ग है। यहां से हर दिन सैकड़ों की संख्या में लोग यात्री ट्रेन से सफर करते हैं। किरंदुल से विशाखापट्टनम तक केवल 2 यात्री ट्रेनें चलती हैं। एक किरंदुल-विशाखापट्टनम नाइट एक्सप्रेस और एक किरंदुल-विशाखापट्टनम पैसेंजर ट्रेन है। इसके अलावा हर दिन करीब 15 से ज्यादा मालगाड़ियों की आवाजाही होती है।
लैंडस्लाइड होने के बाद इस मार्ग से गुजरने वाली किरंदुल-विशाखापट्टनम पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। साथ ही इस मार्ग पर दौड़ने वाली विशाखापट्टनम-कोरापुट पैसेंजर ट्रेन को भी रद्द कर दिया गया है। जबकि 10 जुलाई की शाम किरंदुल से विशाखापट्टनम के लिए निकली नाइट एक्सप्रेस का रूट डायवर्ट किया गया।
यह ट्रेन कोरापुट, दामाजोड़ी, रायगड़ा, विजयानगरम होते हुए विशाखापट्टनम पहुंची है। जिसमें काफी लंबा वक्त लगा। इसके अलावा किरंदुल-बचेली NMDC से लौह अयस्क लेकर जाने वाली मालगाड़ियों की आवाजाही पर भी ब्रेक लगा दिया गया है। इससे रेलवे और NMDC को करोड़ों रुपए का नुकसान झेलना पड़ेगा। अफसरों का कहना है कि, पटरियों से चट्टान हटाने आज दिनभर का समय लग जाएगा। अगर बारिश हुई तो और देर हो सकती है।