रायपुर। स्थानीय व मातृभाषा में पढ़ाई के लिये हमारी सरकार लक्ष्य केंद्रित कर रही है। NCERT की तर्ज़ पर अब SCERT भी छत्तीसगढ़ की स्थानीय व मातृभाषा छत्तीसगढ़ी, गोंडी, हल्बी, सरगुजिहा, सादरी, कुडुख, खड़िया आदि भाषाओं पर पुस्तकें तैयार करने में जुट गई है। बच्चों के समुचित व सरल शिक्षा के लिए हमारी सरकार हर स्तर पर कार्य कर रही है। शीघ्र ही समाज की मांग पर स्थानीय व मातृभाषा में पढ़ाई शुरू करने की हमारी योजना है।
स्थानीय व मातृभाषा में पढ़ाई के लिये हमारी सरकार लक्ष्य केंद्रित कर रही है।
NCERT की तर्ज़ पर अब SCERT भी छत्तीसगढ़ की स्थानीय व मातृभाषा छत्तीसगढ़ी, गोंडी, हल्बी, सरगुजिहा, सादरी, कुडुख, खड़िया आदि भाषाओं पर पुस्तकें तैयार करने में जुट गई है।
बच्चों के समुचित व सरल शिक्षा के…
— Vishnu Deo Sai (Modi Ka Parivar) (@vishnudsai) March 22, 2024