कोरबा। शादी का झांसा दे 21 लाख रुपये वसूलने और लगातार भयादोहन करने के चलते लड़की के पिता की मौत हो गई। सगाई कर रकम वसूलने के बाद आरोपियों ने शादी से इंकार कर दिया और रकम वापसी से भी मना कर दिया। जिस पर पुलिस ने भयादोहन व धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज की थी। अब दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
डीडीएम रोड़ तुलसी नगर कोरबा निवासी अमित सिंह ने एफआईआर दर्ज करवाई थी कि उसकी बहन नेहा का झारखंड के धनबाद के गोमो रेलवे कॉलोनी निवासी विकास सिंह पिता अशोक सिंह से लगा था। विवाह के समय दहेज के रूप में 12 लाख रुपये उनके पिता वीरेंद्र सिंह से लिया गया था। जो वीरेंद्र सिंह की पत्नी गायत्री सिंह के एकाउंट से विकास सिंह के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से 20 जुलाई 2022 को दिए गए थे। फिर 22 नवंबर 22 को सगाई हुई जिसमें विकास व उसके पिता को 2 लाख रुपये नगद व जेवरात दिये गए। जिसका फ़ोटो भी प्रार्थियों ने शिकायत के साथ दी है। सगाई के अगले दिन लड़के के पिता अशोक सिंह तथा अयोध्या सिंह अमित सिंह के निवास में पहुंचे और कहा कि शादी निपटाने के लिए आपको अलग से 10 लाख रुपये देने होंगे तभी हम आपकी बेटी के साथ विवाह अपने बेटे के साथ करवाएंगे। जिससे अमित के पिता वीरेंद्र सिंह मानसिक रूप से अत्यधिक परेशान हो गए और 29 नवंबर को उनका देहावसान हो गया।
जिसके बाद उनकी बहन के होने वाले ससुराल वाले फिर से उनके निवास में आए और कहा कि आप लोगों के द्वारा जब कहा गया था कि शादी का 10 लाख रुपये अलग से आपके पिता के द्वारा वाहन किया जाएगा तब आप इस बात के लिए क्यों पीछे हट रहे हैं। साथ ही उन्होंने 10 लाख रुपये नहीं देने पर अपने पुत्र विकास का विवाह अमित की बहन नेहा से नहीं करवाने की धमकी भी दी। उनकी बातों को सुनकर परिवार वालों ने किसी तरह से व्यवस्था कर अशोक सिंह के झारखंड धनबाद स्थित निवास सुभाष नगर रेलवे गोमो कॉलोनी में जाकर नगद दिया। उस समय उनके घर में उनके अन्य रिश्तेदार भी मौजूद थे। जिसके बाद बाकी राशि की मांग करते हुए एक लाख अतिरिक्त राशि भी सभी ने मिलकर मांगी। जब अमित सिंह ने अपनी मजबूरी बताते हुए बताया कि हमारी सारी जमा पूंजी हम आप लोगों को दे चुके हैं और व्यवस्था होने पर आगे देंगे तो विकास सिंह उसके पिता अशोक कुमार सिंह व उसके परिवार ने शादी से इंकार कर दिया और रकम वापस मांगने पर धमकी भी दी की यदि रकम मांगने के लिए दबाव बनाओगे तो किसी भी झूठे मामले में फसा देंगे।
मामले की शिकायत अमित सिंह ने एसपी उदय किरण से करते हुए बताया कि अशोक सिंह तथा उसके परिवार के सदस्यों के द्वारा छल करते हुए सोचे-समझे षड्यंत्र के तहत मानसिक रूप से दबाव डाल कर कुल 21 लाख रुपये विभिन्न किश्तों में दहेज के रूप में ले ली गई और फिर शादी से इंकार कर धोखाधड़ी की गई। एसपी उदय किरण ने मामले को गंभीरता से लिया और उनके निर्देश पर थाना कोतवाली में धोखाधड़ी(420) व भयादोहन(384) का अपराध दर्ज किया गया था। एसपी उदय किरण ने आरोपितों की गिरफ्तारी हेतु सीएसपी विश्वदीपक त्रिपाठी के मार्गदर्शन में टीम बनाई। जिसमे टीआई रूपक शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम अरोपियों की गिरफ्तारी हेतु झारखंड भेजी गई। आरोपियों में से 59 वर्षीय अशोक सिंह पिता स्वर्गीय रामराज सिंह व 31 वर्षीय राकेश सिंह पिता अशोक कुमार सिंह दोनों निवासी सुभाष नगर गोमो थाना हरिहरपुर को पुलिस ने झारखंड के धनबाद में कड़ी मशक्कत करते हुए घेराबंदी कर पकड़ा और वहां के न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड प्राप्त कर कोरबा लाया गया। विवेचना के क्रम में अपराध में दहेज प्रतिषेध अधिनियम 5 की धारा भी जोड़ी गई। आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल दाखिल किया गया है।