दुर्ग-भिलाई। दुर्ग में नकली पनीर बनाने की एक फैक्ट्री का खुलासा हुआ है। इस फैक्ट्री में पॉम ऑयल और दूध पाइउडर के साथ एसेंस का इस्तेमाल कर न सिर्फ पनीर बनाया जा रहा था। बल्कि प्रदेश के कई शहरों में इसे बड़ी मात्रा में खपाया जा रहा था। इस फैक्ट्री को लेकर दुर्ग कलेक्टर के साथ ही सांसद विजय बघेल को भी फोन कर पूरी जानकारी दी। जिसके बाद SDM, तहसीलदार के साथ ही कुम्हारी थाना की टीम भी मौके पर पहुंचकर अब इस फैक्ट्री को सील कर दिया है। और अब फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीम पनीर का सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजने की तैयारी कर रही है।
नकली पनीर के बारे में तो आपने भी बहुत सुना होगा। लेकिन इसे कैसे बनाया जाता है। इस खुलासा हुआ है दुर्ग जिले के कुम्हारी अहिवारा मार्ग में यह फैक्ट्री लंबे समय से संचालित थी। एक जिसकी भनक प्रशासन के अधिकारियो को भी नही थी। इस फैक्ट्री के अंदर तो दूध का दूध नही था और पनीर का पनीर बड़ी मात्रा में था। उसे भी पॉम ऑयल और दूध पावडर से बनाया जा रहा था।
इस फैक्ट्री में पनीर बनाने के लिए एक प्लास्टिक के ड्रम में बड़े मथनी से मिलावट की गई सामग्री को मथा जा रहा था।इसके बाद बड़े बड़े कंटेनर में उसे रखकर हीट किया जा रहा था। टीन के शेड में संचालित इस फैक्ट्री में स्किम्ड मिल्क पाउडर, तेल और पॉम ऑयल से बड़ी मात्रा नकली पनीर बनया जा रहा था। इस नकली पनीर फैक्ट्री के संबंध में जिला प्रशासन को दी गई। जिसके बाद एसडीएम महेश राजपूत अपने टीम के साथ कुम्हारी थाना के स्टॉफ ने फैक्ट्री पहुंचकर नकली पनीर फैक्ट्री का निरीक्षण किया गाय।फैक्ट्री को सील कर दिया गया है।पनीर फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि स्किम्ड मिल्क पाउडर, पॉम ऑयल,तेल और केमिकल मिलकर पनीर तैयार किया जाता है इस फैक्ट्री में प्रतिदिन 100 से 150 किलो पनीर तैयार किया जाता है जिससे रायपुर,दुर्ग समेत अन्य जिलों में सप्लाई की जताई है।