रायपुर। ईओडब्ल्यू की टीम शराब करोबारी त्रिलोक सिंह ढिल्लन के भिलाई स्थित निवास पर दबिश दी है। जांच एजेंसी के अफसर ढिल्लन के निवास पर दस्तावेज खंगाल रहे हैं। ईओडब्ल्यू ढिल्लन को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। ढिल्लन को 25 अप्रैल को कोच्चि से पकड़ा गया था। 26 अप्रैल को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से पहले 2 मई तक फिर 8 मई तक की रिमांड ईओडब्ल्यू को मिली थी। ढिल्लन की रिमांड आज पूरी हो रही है, आज उन्हें फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा उससे पहले ईओडब्ल्यू ने उनके निवास पर छापा मारा है।
बताते चले कि शराब घोटाला में ईओडब्ल्यू आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी, याहया ढेबर और अरविंद सिंह के साथ अनिल टुटेजा को गिरफ्तार कर चुकी है। सभी आरोपियों को पूछताछ के बाद रिमांड पर जेल भेजा जा चुका है। वहीं, इसी मामले में ईडी ने इन आरोपियों की संपित्त को अटैच किया है।
जानिए…कौन है शराब घोटाला का मास्टर माइंड
ईडी की सूचना के आधार पर ईओडब्ल्यू में दर्ज एफआईआर में अनिल टुटेजा, अरुणपति त्रिपाठी और अनवर ढेबर को शराब घोटाला का मास्टर माइंड बताया गया है। एफआईआर में शामिल बाकी आईएएस व अन्य सरकारी अफसर और लोग सहयोगी की भूमिका में थे। शराब घोटाला से होने वाली आमदनी का बड़ा हिस्सा इन्हीं तीनों को जाता था। टुटेजा आईएएस अफसर हैं, जब यह घोटाला हुआ तब वे वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के संयुक्त सचिव थे। दूरसंचार सेवा से प्रतिनियुक्ति पर आए त्रिपाठी आबकारी विभाग के विशेष सचिव और छत्तीसगढ़ मार्केटिंग कार्पोरेशन के एमडी थे। वहीं, ढेबर कारोबारी हैं। एफआईआर के अनुसार ढेबर और टुटेजा ने मिलकर पूरी प्लानिंग की थी।