बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में हाथियों का आंतक थमने का नहीं ले रहा। 3 सालों से लगातार हाथियों का दल जंगलों से बाहर आ रहा है। ऐसे में ग्रामीणों के बीच दहशत का महौल पैदा हो गया है। लोग डर कर घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। वहीं वन विभाग ने भी हाथी प्रभावित क्षेत्र में ग्रामीणों को सुरक्षित रहने के लिए टिप्स दिए हैं और मुनादी करा रहे हैं।
हाथी की मौजूदगी को देखते हुए वन विभाग ने लोगों को अलर्ट कर दिया है। बालोद जिले के वनांचल क्षेत्र में फिर एक बार दंतैल हाथी घूमता हुआ नजर आया। हालांकि वन विभाग की टीम लगातार निगरानी रख रही है। दरअसल, दंतैल हाथी गुरुर वन परिक्षेत्र स्थित बालोदगहन परिसर के कक्ष क्रमांक आर एफ 3 में मौजूद हैं।
बता दें, हाथी की मौजदूगी होने की वजह से वन विभाग की टीम ने बोरिदकला,आमापानी,मुडखुसरा, बालोदगहन, जगतरा,नैकुरा,ओनाकोना, कर्रेझर,मुसकेरा,सोहतरा, बिच्छबाहरा अलर्ट जारी कर दिया है। जिला वन मंडलाधिकारी अधिकारी आयुष जैन ने आम जनों से अपील किया है कि, हाथियों की उपस्थिति की वजह से क्षेत्र में कोई भी जंगल न जाए,सतर्क रहे सुरक्षित रहे, एक दूसरे को सतर्क करें, अगर आपको हाथी दिखाता है वन अमला को तुरंत सूचित कर दें। वन परिक्षेत्र अधिकारी ने गुरुर ग्राम बोरिदकला, आमापानी समेत कुल 11 गांव को अलर्ट कर दिया है।