रायपुर। महानगर मुंबई की तर्ज पर अब राजधानी रायपुर में भी ओवरब्रिज के नीचे खाली पड़ी जमीन का सदुपयोग कर वहां स्पोर्ट्स मैदान बनाए जाएंगे। इसकी शुरुआत पंडरी क्षेत्र में एक्सप्रेस वे ब्रिज से की गई है। यहां ब्रिज के नीचे दो खेल कोर्ट बनाने का काम शुरू भी कर दिया गया है। इसमें एक में बैडमिंटन व वॉलीबॉल और दूसरा बास्केटबॉल कोर्ट बनाया जा रहा है। इस तरह यह छत्तीसगढ़ का पहला खेल कोर्ट होगा, जो ब्रिज के नीचे बनेगा।
राजधानी रायपुर में 70 वार्ड हैं, लेकिन इन वार्डों में बमुश्किल से कुछ वार्ड में ही खेल मैदान है। इसके कारण विभिन्न खेल से जुड़े बच्चे व युवाओं की प्रतिभा जहां निखर नहीं पाती, वहीं स्वास्थ्य और फिटनेस के लिए हर रोज गली-मोहल्ले में खेलने वालों लोगों को भी खेल मैदान मिल नहीं पाते। कई प्रोफेसनल व आम लोगों को कई किलोमीटर का लंबा सफर कर खेल मैदान या खाली मैदानों में जाकर प्रैक्टिस या अन्य खेल खेलने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
माहभर में बन जाएंगे दोनों खेल कोर्ट
पार्षद आकाश तिवारी ने बताया कि, एक्सप्रेस वे ब्रिज के नीचे दो कोर्ट बनाने के लिए राशि जारी होने के बाद इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। कोर्ट बनाने के लिए मिट्टी डालकर जमीन को समतल किया जा रहा है। इसके बाद यहां कोर्ट को चारों तरफ लोहे की जालियों से घेरा जाएगा, ताकि खेल के दौरान गेंद, बॉल कोर्ट के बाहर नहीं जा पाए। इससे बिज के दोनों तरफ से गुजरने वाली गाड़ियों को किसी प्रकार की दिक्कत भी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि दोनों कोर्ट आगामी एक महीने के भीतर तैयार हो जाएंगे। इसके बाद उनके वार्ड के लोग भी इस कोर्ट में खेल पाएंगे।
दूसरे कई वार्डों में बन सकते हैं कोर्ट
आकाश तिवारी ने बताया कि, शहर के में ऐसे कई इलाके हैं, जहां ओवरब्रिज का निर्माण हुआ है। उनमें ऐसे कई ब्रिज हैं, जिसकी खाली जमीन का सदुप्रयोग खेल कोर्ट बनाकर किया जा सकता है। रायपुर के अलावा प्रदेश के अन्य कई शहरों में भी जहां खेल मैदानों की कमी है, वहां भी इसका निर्माण कराया जा सकता है।
पार्षद की सराहनीय पहल, 20 लाख रुपए मंजूर
पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड क्रमांक-35 में एक भी खेल मैदान नहीं है। इसकी कमी और खेल से जुड़े लोगों की चिंता करते हुए पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड के पार्षद आकाश तिवारी ने एक्सप्रेस वे ब्रिज के नीचे खाली जमीन का सदुपयोग कर यहां खेल कोर्ट बनाने का प्रस्ताव निगम प्रशासन के समक्ष रखा था, जिसे मंजूरी भी दे दी गई। इस खेल कोर्ट के निर्माण के लिए 20 लाख रुपए के बजट को भी स्वीकृति मिल चुकी है, जिसके बाद इसका निर्माण के लिए काम शुरू कर दिया गया है।