दंतेवाड़ा/सुकमा. छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर में हुई नक्सल घटना के बाद फोर्स अब अटैकिंग मोड पर काम करेगी। बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ अब संयुक्त रूप से बड़ा ऑपरेशन लॉन्च किया जाएगा। दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा में फोर्स को नक्सलियों के कोर इलाके में भेजने की तैयारी की जा रही है। दरअसल, DGP अशोक जुनेजा ने पुलिस अफसरों की हाईलेवल मीटिंग ली। इस मीटिंग में 10 DRG जवानों और एक वाहन चालक की शहादत का बदला लेने गोपनीय रणनीति बनाई गई है।
दरअसल, छत्तीसगढ़ के DGP अशोक जुनेजा पिछले 2 दिनों से बस्तर में ही हैं। बुधवार को उन्होंने सुकमा में अफसरों की बैठक ली थी। वहीं आज गुरुवार को वे दंतेवाड़ा पहुंचे हैं। यहां भी उन्होंने दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर और बस्तर जिले के पुलिस अधिकारियों की बैठक ली है। हालांकि, बैठक में जो भी निर्णय लिया गया और रणनीतियां बनी है यह पूरी तरह से गोपनीय है। यदि सूत्रों की माने तो इस बैठक में नक्सली गतिविधियों और पुलिस की इंटेलिंजेस टीम के कामों की समीक्षा की गई है।
चूक कहां हुई?
अरनपुर में IED ब्लास्ट कर नक्सलियों ने DRG जवानों से भरी वाहन को उड़ाया था। सुरक्षाबलों के 2 कैंपों के बीच नक्सलियों ने वारदात की थी। फोर्स की चूक कहां हुई? DGP समेत पुलिस के अफसर इस बात का पता लगाने में जुटे हुए हैं। पिछले 4 सालों से दंतेवाड़ा जिला शांत था। यहां से नक्सलियों के बैकफुट होने की बात कही जा रही थी। आखिर इस जिले में नक्सलियों ने कैसे इतनी बड़ी वारदात कर दी इस बात का भी पता लगाया जा रहा है। DGP अशोक जुनेजा ने पुलिस जवानों का हौसला भी बढ़ाया है। साथ ही नक्सलियों के TCOC को देखते पूरे बस्तर में फोर्स को अलर्ट कर दिया है।
एक दूसरे का सहयोग करने कहा
बताया जा रहा है कि इस बैठक में डीजीपी अशोक जुनेजा ने पुलिस अफसरों को निर्देश दिया है कि, सरहदी इलाकों में एक दूसरे जिले की फोर्स का सहयोग करें। यदि सरहदी इलाकों में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलती है तो दोनों तरफ से नक्सलियों को घेरने की तैयारी की जाए। DGP ने बस्तर में सुरक्षा के बीच चल रहे सड़क निर्माण कार्यों की भी जानकारी ली। साथ ही सर्चिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।