बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में एक हेड मास्टर की डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है। पूरा मामला पुरानी रंजिश से जुड़ा है। जिसके चलते एक बदमाश ने अपने साथियों के साथ मिलकर पूरी वारदात को अंजाम दिया है। बदमाशों ने टीचर का गला भी घोंट दिया था। इसके बाद उसकी लाश को गड्ढे में दफन कर दिया। हेड मास्टर पिछले 4 दिन से लापता था। मामला कसडोल थाना क्षेत्र का है।
खम्हरिया निवासी शांतिलाल पाटले(45) करदा के प्राथमिक शाला में हेड मास्टर थे। वह गांव में अपनी पत्नी सविता पाटले और 2 बच्चों के साथ रहते थे। बताया जा रहा है कि शांतिलाल 28 दिसंबर की सुबह 11 बजे के आस-पास से लापता थे। उनका कुछ पता नहीं चल रहा था।
शांतिलाल की पत्नी ने पुलिस से बताया कि वह सुबह निकले थे। मगर इसके बाद से उनका कुछ पता नहीं चला। फोन लगाने पर भी बंद आ रहा है। आस-पास के लोगों से भी बात कर ली। मगर उनके संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली रही है। इस पर पुलिस ने हेड मास्टर के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज की थी।
पुलिस को गुमराह करने की कोशिश
पुलिस इस केस में जांच कर रही थी। तभी पुलिस को पता चला कि हेड मास्टर आखिरी बार कसडोल निवासी संजय श्रीवास्तव व श्रीजन श्रीवास्तव के साथ देखा गया था। इसके बाद से ही वह लापता है। इस पर पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की, लेकिन उन्होंने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। बार-बार यहां-वहां की बातें करते रहे।
आदतन बदमाश आरोपी
उधर, पुलिस को इन्हीं आरोपियों पर शक,था, क्योंकि संजय श्रीवास्तव आदतन बदमाश है। वो कई बार जेल जा चुका है। पुलिस की पूछताछ जारी रही और जब सख्ती से पूछताछ की गई, तब आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। आरोपी संजय ने बताया कि मैं कई बार जेल जा चुका था। इस पर शांतिलाल मुझसे कहा करता था कि तुम ऐसा क्यों करते हो, क्यों जेल जाते हो। हमारे बीच गाली-गलौज तक हो चुकी थी।
आरोपी ने बताया कि कई बार ऐसा हुआ। जिसके चलते मैं नाराज था। इसलिए मैंने उसे मारने का प्लान बनाया और अपने साथी श्रीजन के साथ उसके पास 28 दिसंबर को पहुंचा था। हमने उसे किसी बहाने से अपने साथ ले गए। इसके बाद हम बात करते करते उसे जंगल की ओर ले गए। यहां हमने डंडे से उसे पीटा। फिर भी उसकी जान नहीं गई, तब हमने स्कार्फ से उसका गला घोंट दिया।
बाद में हम बाबा सोनाखान रोड ग्राम पोड़ी के आगे सड़क किनारे पहुंचे। यहां सड़क किनारे गड्ढा था। हमने उसकी लाश को वहीं दफन कर दिया था। फिर मोबाइल को बंद कर अपने पास रख लिया था। इसके बाद अपने एक साथी भागवत दास (23) को बुलाया और उसकी कार को बिलासपुर भेज दिया था। भागवत ने ही हेडमास्टर की कार को बिलासपुर में लावारिस हालत में छोड़ दिया था। पुलिसस ने इस केस में तीनों आरोपयों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर ही रविवार को हेडमास्टर का शव बरामद कर लिया है।