बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के कसडोल में वन विभाग की टीम ने बाघ को रेस्क्यू किया गया है। 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने ट्रेंकुलाइज करके बाघ को पकड़ा और उसे पिंजरे में कैद किया गया। मौके पर पीसीसीएफ के तमाम बड़े अधिकारी मौजूद थे। उसे इलाज के लिए पिकअप से रायपुर ले जाया गया है। बाघ सोनाखान वन परिक्षेत्र के ग्राम कोट में पहुंचा था।
बाघ के घुसने से रिहाइसी इलाके में हड़कंप मच गया था। वह ग्राम कोट के तालाब किनारे झाड़ियों में घुसा था। जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया था। बाघ को शहर से 1 किलोमीटर नजदीक आउटर में देखा गया था और उस पर वन विभाग, पुलिस विभाग और पशु विभाग की टीम नजर बनाए हुई थी। कल रात से ही वह कसडोल के आसपास के गांव में विचरण कर रहा था और इलाके में विचरण करते हुए कैमरे में कैद हो गया था।
बाघ के मूवमेंट पर थी वन विभाग की थी नजर
कोट गांव से निकलकर बाघ कसडोल नगर के वार्ड नं 4 पारस नगर में जगन्नाथ पेट्रोल पंप के पास छुपा था। वन विभाग, पुलिस विभाग, प्रशासन की टीम मुस्तैद थी और बाघ के हर मूवमेंट पर उनकी नजर थी। जिसके बाद ट्रेंकुलाइज करके उसे पकड़ लिया गया।