रायपुर. राजनीतिक रूप से सबसे चुनौतीपूर्ण समय से गुजर रही कांग्रेस शुक्रवार से रायपुर में तीन दिन के लिए महामंथन करेगी। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में हुई चार हजार किमी की भारत जोड़ो यात्रा से उत्साहित पार्टी अपने 85वें राष्ट्रीय अधिवेशन में 2024 के आमचुनाव का रोडमैप तैयार करने जा रही है।
करीब 26 साल बाद गांधी परिवार के बाहर किसी अध्यक्ष की अगुवाई में होने वाले इस अधिवेशन में देशभर के 15 हजार कांग्रेस प्रतिनिधि जुट रहे हैं। 24 से 26 फरवरी तक चलने वाले अधिवेशन में राजनीतिक, आर्थिक, कृषि, सामाजिक सशक्तिकरण सहित छह प्रस्तावों पर चर्चा होगी और भाजपा तथा केंद्र सरकार से मुकाबले की रणनीति तय की जाएगी।
कांग्रेस विपक्षी एकता के नाम पर क्षेत्रीय दलों की दबाव की राजनीति से निपटने का फॉर्मूला तलाशेगी। वहीं, संगठन को नई ऊर्जा और स्वरूप देने के लिए कई बदलावों की रूपरेखा बनाई जाएगी।
इस बीच, महाधिवेशन के लिए वरिष्ठ कांग्रेस नेता रायपुर पहुंचने लगे। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू गुरुवार को ही रायपुर पहुंच गए। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कुछ नेता शुक्रवार सुबह पहुंचेंगे। अधिवेशन में 12 पूर्व मुख्यमंत्री भी शिरकत करेंगे।
पार्टी सूत्रों के अनुसार सेहत सही रही तो पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी अधिवेशन में शामिल होंगी। कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने बताया, अधिवेशन में 6 प्रस्ताव पारित किए जाएंगे।
इससे पहले शुक्रवार को स्टेयरिंग और सब्जेक्ट कमेटी की बैठक में प्रस्तावों चर्चा होगी। अधिवेशन में कांग्रेस कार्यसमिति के चुनावों पर चर्चा होनी है। इस पर अंतिम फैसला स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में होगा। कांग्रेस के संविधान में कुछ संशोधनों पर भी मंथन हो सकता है। ये संशोधन राजनीतिक परिस्थितियों पर आधारित हो सकते हैं। रविवार दोपहर आमसभा के साथ अधिवेशन का समापन होगा।
संविधान संशोधन पर भी हो सकता है मंथन
माना जा रहा है कि अधिवेशन में कांग्रेस के संविधान में कुछ संशोधनों पर भी मंथन हो सकता है। ये संशोधन वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर आधारित हो सकते हैं। जिन छह प्रस्तावों पर चर्चा होनी है, उन्हीं से निकले मुद्दों के आधार पर संशोधन के बिंदु तैयार हो सकते हैं, ऐसा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है।
क्षेत्रीय दलों के दबाव से लड़ने का फॉर्मूला खोजेगी कांग्रेस
सूत्रों के अनुसार अधिवेशन में संगठन को नई ऊर्जा और स्वरूप देने के लिए बदलावों की रूपरेखा बनाई जाएगी। पार्टी विपक्षी एकता के नाम पर क्षेत्रीय दलों की दबाव की राजनीति से निपटने का फॉर्मूला भी तलाशेगी। इसमें यह तय किया जाएगा कि किस राज्य में किस पार्टी के साथ किस तरह का गठबंधन हो और सहयोगी दलों से रिश्ता किस हद तक रखा जाए।
देश में हिटलरशाही: खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का रायपुर में सीएम भूपेश ने स्वागत किया। पवन खेड़ा मामले में खरगे ने कहा कि देश में लोकतंत्र की जगह पर हिटलरशाही है।
तीन राज्यों में है सरकार, इनमें से दो में इसी साल होने हैं चुनाव
कांग्रेस का अधिवेशन ऐसे समय हो रहा है जब कर्नाटक, मप्र, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनावी तैयारी शुरू हो गई है। कांग्रेस की अभी तीन राज्यों में सरकार है। इनमें राजस्थान और छत्तीसगढ़ में इसी साल चुनाव हैं। झारखंड, बिहार और तमिलनाडु में कांग्रेस सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल है। पार्टी के लोकसभा में 52 व राज्यसभा में 31 सांसद हैं। वहीं, 771 विधायक हैं।
कांग्रेस नेता खेड़ा को विमान से उतारकर किया गिरफ्तार, सुप्रीम कोर्ट से जमानत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादित टिप्पणी के मामले में गुरुवार को कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा को असम पुलिस ने दिल्ली-रायपुर की उड़ान से उतारकर गिरफ्तार कर लिया। विरोध में कांग्रेस नेता एयरपोर्ट पर धरने पर बैठ गए। दूसरी ओर, सुप्रीम कोर्ट ने खेड़ा को 28 फरवरी तक अंतरिम जमानत दे दी। हालांकि, सीजेआई डीवाई चंद्रचूड ने खेड़ा के वकील से कहा, ‘हमने आपकी रक्षा की है…लेकिन बातचीत कुछ स्तर की होनी चाहिए।’ खेड़ा रायपुर में कांग्रेस महाधिवेशन में शामिल होने जा रहे खेड़ा थे।