छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक युवक ने पहले मुर्गे की बलि चढ़ाई, फिर बेरहमी से चाकू से अपने बेटे का गला काट दिया। बताया जा रहा है कि बीती रात उसने परिजनों से कहा था कि वह किसी की बलि देगा। पूरा मामला शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम महुआडीह का है।
जानकारी के मुताबिक, महुआडीह निवासी कमलेश नगेशिया (26) दो दिनों से पागलां की तरह हरकत कर रहा था। उसने परिजनों से कहा था कि उसके कानों में अजीब सी आवाज सुनाई दे रही है, उसे किसी की बलि चढ़ाने के लिए कोई बोल रहा है।
रात में चाकू लेकर घूम रहा था आरोपी
परिजनों ने बताया कि बीती शाम कमलेश चाकू लेकर घूम रहा था। उसने परिजनों संकेत दिए थे, लेकिन मानसिक स्थिति को देखते हुए परिजनों ने नजर अंदाज कर दिया। रात को खाना खाने के बाद कमलेश नगेशिया की पत्नी अपने दोनों बच्चों को लेकर कमरे में सोने चली गई। कमलेश के भाइयों के परिवार बगल के घर में रहते हैं। वे भी रात को सोने चले गए।
रात को आंगन में लाकर काट दिया गला
देर रात कमलेश ने घर के आंगन में एक मुर्गे का गला काटा, फिर कमरे में जाकर वह अपने बड़े बेटे अविनाश (4) को उठाकर आंगन में ले आया। उसने बेरहमी से अपने बेटे अविनाश का चाकू से गला काट दिया। इससे अविनाश की मौके पर ही मौत हो गई
पत्नी को बताया की बेटे की चढ़ाई बलि
सुबह करीब चार बजे जब कमलेश की पत्नी की नींद खुली तो अविनाश बगल में नहीं मिला। उसने कमलेश से बेटे अविनाश के बारे में पूछा तो उसने पत्नी को बताया कि उसने आंगन में ले जाकर अविनाश की बलि चढ़ा दी है।
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
घटना की जानकारी मिलने पर घर में कोहराम मच गया। सूचना पर शंकरगढ़ थाना प्रभारी जितेंद्र सोनी के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है। बच्चे के शव को पंचनामा के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।