छत्तीसगढ़

CG News: कार में बनाया सीक्रेट चैंबर, राजस्थान पहुंचाया जा रहा था गांजा, 6 लाख 70 हजार का गांजा जप्त, दो तस्करों को पुलिस ने पकड़ा

कबीरधाम। पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह (IPS) के मार्गदर्शन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र बघेल एवं पंकज पटेल के निर्देशन, और डीएसपी कवर्धा कृष्ण कुमार चंद्राकर के नेतृत्व में थाना चिल्फी प्रभारी उमाशंकर राठौर द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता प्राप्त की गई। इस सफलता का श्रेय पुलिस की सतर्कता, समर्पण और कुशल कार्यप्रणाली को जाता है, जिसने एक बड़ी तस्करी की साजिश को नाकाम कर दिया।

गांजा की तस्करी के खिलाफ जिले में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत चिल्फी पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस को सूचना मिली थी कि उड़ीसा से राजस्थान गांजा की तस्करी के लिए दो लोग एक सफेद रंग की मारुति सुजुकी कार में यात्रा कर रहे हैं। इन तस्करों के पास भारी मात्रा में गांजा होने की सूचना थी, और ये गांजा उड़ीसा से राजस्थान की ओर ले जा रहे थे।

सूचना के आधार पर थाना चिल्फी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आबकारी चेक पोस्ट पर नाकाबंदी की। इस नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने वाहन को रोका और उसकी गहन तलाशी शुरू की। पुलिस की सावधानी और तत्परता के चलते तस्करों की एक हाई-टेक साजिश का पर्दाफाश हुआ।

तलाशी के दौरान पुलिस ने पाया कि कार की पिछली सीट के नीचे एक अत्यंत सटीक और खास डिजाइन किया हुआ सीक्रेट चैंबर छिपा हुआ था। यह चैंबर इस प्रकार वेल्डिंग किया गया था कि सामान्य जांच में इसका पता लगाना संभव नहीं था। चैंबर को इस तरह से डिजाइन किया गया था कि उसमें गांजा आसानी से छिपाया जा सके, और चैंबर का खुलासा करना बेहद कठिन था।

फिर भी, चिल्फी पुलिस की मुस्तैदी और विशेषज्ञता ने इस साजिश को नाकाम कर दिया। कार के इस सीक्रेट चैंबर से 34.320 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया, जिसकी कीमत ₹6,70,000 है। इसके साथ ही पुलिस ने दो एंड्रॉयड मोबाइल और एक मारुति सुजुकी कार भी जब्त की, जिसकी कीमत ₹5,00,000 है।

पुलिस ने बताया कि तस्करों ने नशे के व्यापार को छुपाने के लिए अत्याधुनिक तरीके अपनाए थे। सीक्रेट चैंबर को कार के हिस्से के रूप में डिज़ाइन किया गया था और इसे स्थायी वेल्डिंग से बंद किया गया था। यह चैंबर इतना कुशलतापूर्वक तैयार किया गया था कि सामान्य जांच में इसका खुलासा करना असंभव था। लेकिन पुलिस की सतर्कता और विवेकपूर्ण कार्रवाई ने इस साजिश को बेनकाब कर दिया।

पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह (IPS) ने इस सफलता के लिए पुलिस टीम की सराहना की और कहा कि यह कार्रवाई मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए पुलिस की प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन हर तरह की अवैध गतिविधियों पर नजर रखे हुए है, और किसी भी साजिश को नाकाम करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से तस्करी करने वालों को एक स्पष्ट संदेश मिलता है कि कानून से बचना अब असंभव है।

उन्होंने जनता से भी अपील की कि मादक पदार्थों से संबंधित किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को तुरंत दें, ताकि इस तरह की साजिशों पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके। पुलिस के प्रयासों से यह सिद्ध हुआ है कि तस्करी करने वाले चाहे जितनी भी चतुराई अपनाएं, कानून की आंखों से बचकर नहीं निकल सकते।

जिले में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ पुलिस का अभियान जारी रहेगा, और पुलिस तस्करों के नेटवर्क को उजागर करने के लिए हर संभव कदम उठाएगी। जनता से अपील है कि वे इस अभियान में पुलिस का सहयोग करें और नशे के खिलाफ इस संघर्ष को मजबूत बनाएं।

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