CG में ब्लाइंड मर्डर का खुलासा; एडवांस लेकर हत्या, पत्नी, सास, साढू सहित 4 गिरफ्तार, एक लाख की दी गई थी सुपारी

बिलासपुर, 25 जुलाई 2025 – बिलासपुर पुलिस ने आज एक सनसनीखेज ब्लाइंड मर्डर केस को सुलझाने का दावा किया है, जिसमें मृतक साहिल कुमार पाटले की हत्या उसकी सास, पत्नी, साढू और उसके दोस्त ने मिलकर की थी। इस मामले का मुख्य आरोपी राजाबाबू खुंटे और उसके साथी ही निकले, जिन्होंने पारिवारिक कलह से तंग आकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के नेतृत्व में बिलासपुर पुलिस को यह बड़ी सफलता मिली, जिसमें तकनीकी इनपुट और 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की अहम भूमिका रही।
कैसे सुलझी “अंधे कत्ल” की गुत्थी?
17 जुलाई, 2025 को चकरभाठा थाना क्षेत्र के हिर्री माइंस के पास एक अज्ञात शव मिला था। शव पर मिले गंभीर चोटों के निशान से स्पष्ट था कि यह हत्या का मामला है। मामले की गंभीरता को देखते हुए, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह ने तुरंत हत्या का प्रकरण दर्ज करने और जांच के निर्देश दिए।
ACCU बिलासपुर (साइबर सेल) और चकरभाठा थाना की संयुक्त टीम ने मिलकर अज्ञात शव की शिनाख्त और आरोपियों की तलाश शुरू की। टीम ने घटना स्थल के आसपास के 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले और महत्वपूर्ण तकनीकी इनपुट एकत्र किए। इन प्रयासों से अज्ञात मृतक की पहचान जांजगीर-चांपा जिले के मोहनपुर निवासी साहिल कुमार पाटले (उम्र 24 वर्ष) के रूप में हुई। कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए, पुलिस जल्द ही उन सभी तथ्यों तक पहुँच गई जिनसे हत्यारों की पहचान हुई।
राजाबाबू की साजिश: क्यों की साहिल की हत्या?
जांच में सामने आया कि मृतक साहिल पाटले और आरोपी वर्षा खुंटे ने प्रेम विवाह किया था। साहिल शराब का आदी था और अक्सर नशे में अपनी पत्नी वर्षा के साथ मारपीट करता था। वर्षा अपनी मां सरोजनी खुंटे को इन घटनाओं के बारे में बताती थी। इसी पारिवारिक कलह से तंग आकर वर्षा और सरोजनी ने एक भयानक योजना बनाई। उन्होंने राजाबाबू खुंटे (वर्षा का साढू) और उसके दोस्त विकास आदिले को साहिल की हत्या के लिए 1 लाख रुपये देने का सौदा किया। सरोजनी ने राजाबाबू को 8 हजार रुपये एडवांस के तौर पर दिए थे।
घटना वाले दिन, राजाबाबू और विकास मृतक साहिल के साथ अपनी पल्सर मोटरसाइकिल (क्रमांक CG 11 BJ 1748) पर हिर्री माइंस पहुंचे और वहां शराब पी। जब साहिल नशे में धुत हो गया, तो राजाबाबू और विकास ने पास पड़े पत्थर से उसके सिर पर कई बार वार किए और इस पूर्व नियोजित हत्या को अंजाम दिया। मृतक की पहचान छुपाने के लिए, उन्होंने उसके चेहरे को बुरी तरह बिगाड़ दिया और लाश को वहीं छोड़कर फरार हो गए।
आरोपियों की गिरफ्तारी:
जांच में सामने आए सभी सबूतों के आधार पर, षड्यंत्र पूर्वक हत्या जैसे जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले आरोपी सरोजनी खुंटे (उम्र 38 वर्ष), वर्षा खुंटे (उम्र 20 वर्ष), राजाबाबू खुंटे (उम्र 24 वर्ष) और विकास आदिले (उम्र 19 वर्ष) से गहन पूछताछ की गई। सभी ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। इन्हें गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया जा रहा है।







बरामद सामग्री:
* बजाज पल्सर मोटरसाइकिल (क्रमांक CG 11 BJ 1748)
* घटना में प्रयुक्त पत्थर
* आरोपियों के 04 मोबाइल फोन
कार्यवाही में शामिल टीम की सराहना:
इस महत्वपूर्ण कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) राजेन्द्र जायसवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) एवं ACCU बिलासपुर अनुज कुमार, उप पुलिस अधीक्षक चकरभाठा रशमीत कौर चावला, निरीक्षक उत्तम साहू, अजरउद्दीन, सउनि जीवन जायसवाल, प्र.आर. निर्मल सिंह, अमर चंद्रा, आतिश पारिक, देवमुन सिंह पुहुप, आर. विकास राम, नवीन एक्का, मुकेश वर्मा, प्रेम सूर्यवंशी, अविनाश कश्यप, महादेव कुजुर, रवि यादव, निखिल राव जाधव, वीरेंद्र गंवर्ध, अभिजीत डाहिरे, भागवत चंद्राकर, सतपुरन जांगड़े और राकेश साहू शामिल थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर ने इस टीम की सराहना की है और उचित पुरस्कार की घोषणा भी की है।