जन सहयोग से संचालित अघोर गुरु पीठ ट्रस्ट में होती है पीड़ित मानव की सेवा:- बाबा प्रियदर्शी राम

32 वे स्थापना दिवस पर पूज्य बाबा का आह्वान राष्ट्र निर्माण में सहभागी बने समाज
रायगढ़:- अघोर गुरु पीठ ट्रस्ट की मुख्य शाखा बनोरा की 4 राज्य में 11 शाखाएं है और सभी शाखाओं में पीड़ित मानव की सेवा का कार्य निरंतर जारी है।जन सहयोग से संचालित यह संस्था सभी से मिले सहयोग का पाई पाई परमार्थ में खर्च करती है। 32 वे स्थापना दिवस पर पूज्य बाबा प्रियदर्शी राम जी ने कहा जब वे इस अंचल में जिन उद्देश्यों को लेकर वे आए वो साकार होते दिख रहे है। शिक्षा चिकित्सा के क्षेत्र के संस्था निरंतर कार्य कर रही है। वर्तमान में शहर में संचालित एक चालीस वर्ष पुराने स्कूल के संचालन का जिम्मा भी ट्रस्ट ने लिया है। अघोर गुरुपीठ ब्रह्म निष्ठालय बनोरा की रायगढ़ शाखा में आज 32 वा स्थापना दिवस अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बनोरा आश्रम से प्रातः फेरी निकाली गई जो अघोरा नाम परों मंत्रम का उच्चारण के साथ बनोरा गांव की परिक्रमा के बाद आश्रम परिसर में समाप्त हुई। इसके बाद सर्वेश्वरी ध्वज पूजन से कार्यक्रम का आयोजन शुरू हुआ। आश्रम से जुड़े अनुयाइयों ने ध्वज पूजन के बाद आरती एवं सफल योनि का पाठ किया गया। 32 वर्ष पूर्व पूज्य अघोरेश्वर के प्रिय शिष्य बाबा प्रियदर्शी राम जी के चरण रज पूर्वांचल स्थित बनोरा की माटी पर पड़े तब यहां मूलभूत सुविधाओं सड़क बिजलीं पानी का अभाव था । बाबा प्रियदर्शी राम जी के परमार्थ की पावन भावना और सेवा के दृढ़ संकल्प के समक्ष पहाड़ जैसी समस्याएं भी बौनी साबित हो गई। बनोरा ग्राम वासियों का परिश्रम आश्रम के मजबूत नींव का पत्थर बना गया। सेवा भावी लोग जुड़ते चले गए और धीरे धीरे कारवां बनता गया। तीन दशकों से मानव सेवा की अखंड ज्योत इस आश्रम में जल रही है। अज्ञानता का अंधकार मिटने लगा महान संत प्रियदर्शी द्वारा जन सेवा के महान संकल्प के जरिए ग्राम बनोरा में रोपा गया छोटा बीज देखते देखते ही वट वृक्ष बन गया। स्थापना दिवस के दिन कार्यक्रम की शुरुआत ट्रस्टियों द्वारा पूज्य बाबा का माल्यार्पण कर स्वागत से शुरू की गई। प्रबंधन की ओर से त्यागी जी ने स्थापना दिवस पर वर्ष भर किए गए कार्यों का ब्यौरा दिया गया। घासीराम अमृत लाल एवं नंदलाल द्वारा दान दी गई साढ़े तीन एकड़ जमीन पर आश्रम की नींव रखी । परमार्थ के कार्य के लिए उनके स्तुत्य योगदान का स्मरण किया गया। स्कूली छात्र छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुति दी । कक्षा 8 वीं छात्रा श्रुति, रिया, भावना, रश्मी, वर्षा ने मां शक्ति दे मंगलाचरण गाया। स्वागत गीत अच्छे हैं भाग्य हमारे की प्रस्तुति कक्षा 9 वी की छात्राएं भावना, नीतु, साधना, अर्पिता ने की। स्थापना गीत जय हो प्रियदर्शी बाबा की प्रस्तुति कक्षा 10 वीं की छात्राएं अमृता, दिशा, स्वाति, यामिनी ने की कक्षा 9 वी की छात्राएं भावना, नीतु, साधना, अर्पिता ने नौकर रख ले रे अघोरिया भजन गाया वही कक्षा 10 वीं की छात्राएं अमृता, दिशा, स्वाति, यामिनी ने गुरू दया करके मुझको अपना लेना भजन गाया। कक्षा 5 वी की छात्रा संजना गुप्ता ने अंग्रेजी में भाषण दिया।कक्षा 8 वी की छात्रा सौम्या प्रधान ने हिंदी में भाषण दिया।कक्षा 10 वीं की छात्राएँ साधना, शिवानी, दिशा, हर्षिता,वनिता, रुचल सत्या, मधुलिका ने चरित्र पर विकाश का एकाकी नाटक प्रस्तुत किया वही कक्षा 9 वीं की छात्राएँ तुषा, साक्षी, रिपुल, सुनंदा उर्मिला, प्रेयसी ने आस्था की ज्योति पर एकाकी नाटक की जीवंत प्रस्तुति दी। इसके बाद डूमर पाली बनोरा नवा पारा महापल्ली बेलेरिया कुकुर्दा खैर पाली से आने वाले कक्षा नर्सरी से 8 वीं तक के 38 छात्र छात्राओं को निःशुल्क गणवेश एवं कापी प्रदान किया गया। अघोरेश्वर भगवान राम विद्या मंदिर में कक्षा पहली से लेकर दसवीं में प्रथम आने वाले 14 छात्रों को लक्ष्मण शुक्ल मेधा के तहत छात्र वृति प्रदान की गई वही पहली से लेकर दसवीं में प्रथम आने वाली 14 छात्राओं को कन्या प्रोत्साहन राशि के तहत छात्र वृति प्रदान की गई रिटायर्ड प्रिंसपल प्रदीप कुमार सिंह के मार्गदर्शन में स्थापना दिवस पर अघोरेश्वर भगवान राम विद्या मंदिर बनोरा में एक विज्ञान एवं हस्तकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कक्षा 6 से 10 तक सभी विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया इस प्रतियोगिता के निर्णायक की भूमिका में प्राचार्य जितेन्द्र गुप्ता आनंद पाण्डेय,रमेश साहू, श्रीकांत मिश्रा रहे। कक्षा 7 वी के कैप्टन साकेत प्रधान एवं टीम को प्रथम पुरूस्कार कक्षा 8 वीं के कैप्टन आयुष चौहान एवं टीम को द्वितीय पुरस्कार एवं कक्षा 10 वीं के कैप्टन यामिनी चौहान एवं टीम को तृतीय पुरस्कार दिया गया वही प्रतियोगिता में शामिल सभी कक्षा के कैप्टन को प्रोत्साहन हेतु सांत्वना पुरस्कार देकर उत्साह वर्धन किया गया। तत्पश्चात पीठाधीश्वर बाबा प्रियदर्शी राम जी द्वारा उपस्थित जनमानस को आशीर्वचन के जरिए संबोधित किया गया।कार्यक्रम में पधारे गणमान्य अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की गई।
सी ओ जितेंद्र यादव ने छात्रों को किया मोटिवेट वही वक्ताओं ने आश्रम से जुड़े संस्मरण साझा किए
32 वे स्थापना दिवस पर जिला पंचायत सीओ जितेंद्र यादव ने छात्रों एवं पालकों को शिक्षा को अनिवार्य बताते हुए कहा कामयाबी सही मायने में तभी सार्थक होगी जब कामयाब होकर आप कमजोर लोगों की सहायता करे । अन्यथा कामयाबी निरर्थक है। सीओ के भावपूर्ण मोटिवेट से छात्र एवं पालक प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके। बनोरा के पूर्व सरपंच भैरोसिंह ने कहा आश्रम से प्रेरणा पाकर उन्होंने नशे का परित्याग किया। पूज्य बाबा जी की मानव सेवा को महान बताया। रिटायर्ड शिक्षक टी डी प्रधान ने भी दशकों से जुड़े संस्मरण साझा करते हुए इस आश्रम को मानव जाति के लिए अनमोल धरोहर बताया। उन्होंने कहा आश्रम अपनी जिम्मेदारियों का बखूबी से निर्वहन कर रहा लेकिन समाज का भी आश्रम के प्रति दायित्व है।






