जशपुर पुलिस सख्त: बिना पर्ची नशीली दवा बेचने पर होगी कड़ी कार्रवाई, SSP ने दिए महत्वपूर्ण निर्देश

जशपुर, 19 जुलाई 2025: जशपुर जिले में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने और अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण लगाने के उद्देश्य से आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) शशि मोहन सिंह ने पुलिस कार्यालय जशपुर में एक क्राइम मीटिंग का आयोजन किया। इस बैठक में जिले के समस्त राजपत्रित पुलिस अधिकारी और थाना/चौकी प्रभारी शामिल हुए। एसएसपी ने लंबित अपराधों, शिकायतों, मर्ग के निराकरण और अवैध गतिविधियों पर प्रभावी लगाम लगाने के लिए कड़े निर्देश दिए।
मुख्य निर्देश और प्राथमिकताएं:
- नशीली दवाओं पर नकेल: बगैर डॉक्टर की पर्ची के नशीली दवाएं बेचने वाले मेडिकल दुकान संचालकों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। साथ ही, बच्चों को डेंट्राईट, सुलेषन जैसे नशीले पदार्थ उपलब्ध कराने वाले दुकान संचालकों के विरुद्ध भी सख्त वैधानिक कार्यवाही के निर्देश दिए गए। नशे के मामलों में ‘एंड टू एंड’ विवेचना कर आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।
- लंबित मामलों का शीघ्र निपटारा: लंबित मर्ग, शिकायत और गुम इंसान की थाना/चौकीवार बारीकी से समीक्षा की गई और उनके शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए गए। वर्ष 2025 और उससे पहले के सभी लंबित अपराधों को विशेष रुचि लेकर निपटाने को कहा गया।
- अवैध गतिविधियों पर लगाम: जिले में गौ-तस्करी, अवैध कारोबार, गांजा तस्करी, जुआ, सट्टा जैसी अवैध गतिविधियों पर प्रभावी रोक लगाने के निर्देश दिए गए।
- सूचना तंत्र मजबूत करें: सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत और प्रभावी बनाने पर बल दिया गया। यह स्पष्ट किया गया कि क्षेत्र में कानून व्यवस्था बिगड़ने पर संबंधित थाना/चौकी प्रभारी जिम्मेदार होंगे।
- अवैध प्रवासी/घुसपैठिए: अवैध प्रवासी/घुसपैठियों के संबंध में सूचना मिलने पर तत्काल सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ वैधानिक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। इस संबंध में पुलिस मुख्यालय रायपुर द्वारा जारी टोल फ्री नंबर 1800-233-1905 पर मिलने वाली सूचनाओं पर त्वरित कार्यवाही के लिए कहा गया।
- महिला एवं बच्चों संबंधी अपराध: महिला एवं बच्चों से संबंधित अपराधों पर संवेदनशीलता के साथ तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
- ऑनलाइन धोखाधड़ी: ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों में साइबर सेल के सहयोग से तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
- सुरक्षा और पेट्रोलिंग: वीआईपी और वीवीआईपी व्यक्तियों की सुरक्षा में लगे बल की नियमित चेकिंग करने, रात्रि गश्त को प्रभावी बनाने और थाना/चौकी क्षेत्र में गश्त/पेट्रोलिंग के लिए फिक्स पॉइंट निर्धारित कर जवाबदेही तय करने के निर्देश दिए गए।
- सड़क दुर्घटना में कमी: सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए गए। यातायात शाखा को ड्रंक एंड ड्राइव, दोपहिया वाहन में तीन सवारी वाले चालकों और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध एम.वी. एक्ट के तहत कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।
- जनता से व्यवहार: शिकायतकर्ताओं की थाना में उचित सुनवाई हो और कोई भी व्यक्ति निराश होकर वापस न लौटे। सभी के साथ शालीनता एवं सौहार्दपूर्ण व्यवहार करने तथा सभी शिकायतों पर निष्पक्ष जांच करने के निर्देश दिए गए।
वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका:
एसएसपी ने राजपत्रित अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे हफ्ते में कम से कम एक बार अपने अधिकार क्षेत्र के किसी एक थाना/चौकी का दौरा करें और समय-समय पर औचक निरीक्षण करें। प्रत्येक आरक्षक को अपने-अपने बीट की कानून व्यवस्था और अपराध की जानकारी रखने तथा वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते रहने के निर्देश दिए गए। थाना/चौकी प्रभारी और रक्षित निरीक्षक स्वयं गणना लेंगे। विभिन्न घटित अपराधों में प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाए और निगरानी बदमाश/गुंडा बदमाशों की नियमित चेकिंग की जाए। पैदल मार्च, कॉम्बिंग गश्त और शाम को प्रभारी स्वयं क्षेत्र में विजिबल पुलिसिंग के लिए निकलें।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जशपुर अनिल कुमार सोनी, एसडीओपी जशपुर चंद्रशेखर परमा, एसडीओपी कुनकुरी विनोद कुमार मंडावी, एसडीओपी बगीचा दिलीप कोसले, एसडीओपी पत्थलगांव ध्रुवेश जायसवाल, उप पुलिस अधीक्षक मंजूलता बाज और आशा तिर्की, रक्षित निरीक्षक अमरजीत खूंटे एवं समस्त थाना/चौकी प्रभारी व कार्यालयीन शाखा प्रभारी उपस्थित रहे।