छत्तीसगढ़

जशपुर पुलिस का भू-माफियाओं पर बड़ा प्रहार: 45 लाख रुपये की धोखाधड़ी में 4 आरोपी गिरफ्तार

जशपुर, 19 जुलाई 2025: जशपुर पुलिस ने भू-माफियाओं के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए जमीन की खरीद-बिक्री के नाम पर 45 लाख रुपये की ठगी करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह मामला थाना कुनकुरी क्षेत्रांतर्गत का है, जहां एक रिटायर्ड मृत शिक्षक की पत्नी को 36 लाख रुपये की धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया, साथ ही भारत माला प्रोजेक्ट के मुआवजे के 21 लाख रुपये भी ठगों ने हड़प लिए।

मामले का संक्षिप्त विवरण:
दिनांक 17.07.2025 को प्रार्थिया गोरेती मिंज (57 वर्ष), पति स्व. अनिल मिंज, निवासी ग्राम जोरा तराई, थाना नारायणपुर, ने थाना कुनकुरी में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनके पति नारायणपुर क्षेत्रांतर्गत ग्राम चिट्कवाइन में शिक्षक थे, जिनकी मृत्यु 2021 में हो गई थी। विभाग से उन्हें 56 लाख रुपये मिले थे, जिससे वह कुनकुरी में जमीन खरीदना चाहती थीं।

उन्होंने अपने दामाद को जमीन का पता लगाने को कहा, जिसने कुनकुरी, डुगडुगिया के रहने वाले नीरज प्रजापति का नाम बताया, जो जमीन खरीद-बिक्री का काम करता है। प्रार्थिया ने नीरज प्रजापति से संपर्क किया और कुनकुरी में जमीन खरीदने की इच्छा जताई।

नीरज प्रजापति ने अपने साथी दिलीप राम (निवासी खूंटी टोली, थाना दुलदुला) के साथ मिलकर उन्हें कुनकुरी के सलियाटोली बेमताटोली में नेशनल हाइवे 43 के किनारे स्थित खसरा नंबर 345/1 वाली जमीन दिखाई। बताया गया कि यह जमीन दिलीप राम की है। प्रार्थिया ने इस जमीन में से 10 डिसमिल खरीदने की इच्छा जताई और 3 लाख रुपये प्रति डिसमिल के हिसाब से 30 लाख रुपये में सौदा तय हुआ।

धोखे का जाल और लाखों की ठगी:
05.05.2023 को नीरज प्रजापति की उपस्थिति में प्रार्थिया ने दिलीप राम से स्टाम्प पेपर पर एग्रीमेंट कराया और 1 लाख रुपये एडवांस दिए। बाद में, दिलीप राम ने अपनी बहन की शादी के नाम पर प्रार्थिया से ढाई लाख रुपये नकद मांगे, जो उन्हें दे दिए गए।

जब प्रार्थिया ने नीरज प्रजापति और दिलीप राम से जमीन की रजिस्ट्री कराने को कहा, तो उन्होंने बताया कि कुनकुरी में रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है और कागजात तैयार हैं, रजिस्ट्री जशपुर में होगी। 20.06.2023 को जब प्रार्थिया अपनी बेटी, दामाद और एक रिश्तेदार के साथ रजिस्ट्री के लिए जशपुर गईं, तो वहां आरोपी नीरज प्रजापति, दिलीप राम और उनके साथी गोवर्धन यादव (32 वर्ष, निवासी सीरिमकेला, थाना दुलदुला) तथा घनश्याम यादव (53 वर्ष, निवासी सीरिमकेला, थाना दुलदुला) ने बताया कि खसरा नंबर 345/1 की जमीन का 10 डिसमिल का नक्शा नहीं कट पा रहा है, इसलिए 12 डिसमिल जमीन का नक्शा कटवाना होगा और इसके लिए 2 डिसमिल के 3 लाख रुपये प्रति डिसमिल के हिसाब से 6 लाख रुपये और देने होंगे।

प्रार्थिया 12 डिसमिल जमीन खरीदने को राजी हो गईं और आरोपियों ने मिलकर 12 डिसमिल जमीन की रजिस्ट्री करा दी। रजिस्ट्री के बाद प्रार्थिया ने आरोपी नीरज प्रजापति के बैंक खाते में 29 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।

कुछ दिनों बाद जब प्रार्थिया ने नामांतरण के लिए पता किया, तो उन्हें पता चला कि आरोपियों ने छलपूर्वक खसरा नंबर 345/1 जमीन दिखाकर, खसरा नंबर 345/12 जमीन में से 12 डिसमिल जमीन की रजिस्ट्री करा दी है, जबकि सौदा खसरा नंबर 345/1 का हुआ था और एग्रीमेंट भी उसी के संबंध में हुआ था। रजिस्ट्री ऑफिस में पता करने पर यह भी सामने आया कि जिस जमीन (खसरा नंबर 345/1) का एग्रीमेंट हुआ था, उसे आरोपी दिलीप पहले ही दुलदुला निवासी एक व्यक्ति को बेच चुका था, और प्रार्थिया की जिस जमीन की रजिस्ट्री हुई है, वह खसरा नंबर 345/14 है, जो कि भारत माला प्रोजेक्ट में जा चुकी है और उसका नामांतरण नहीं हो सकता है।

इस प्रकार, आरोपियों ने प्रार्थिया से जमीन के संबंध में धोखाधड़ी कर 36 लाख 50 हज़ार रुपये की ठगी की। जब प्रार्थिया ने अपने पैसे वापस मांगे, तो आरोपियों ने 12 लाख 60 हज़ार रुपये वापस किए, लेकिन शेष रकम वापस करने से टालमटोल कर रहे थे। आरोपियों ने छलपूर्वक दूसरी जमीन दिखाकर, भारत माला प्रोजेक्ट की जमीन की रजिस्ट्री कराकर प्रार्थिया से यह धोखाधड़ी की।

पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी:
रिपोर्ट के आधार पर थाना कुनकुरी में आरोपियों के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी), 467 (मूल्यवान प्रतिभूति की कूटरचना), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से कूटरचना), 471 (फर्जी दस्तावेज का वास्तविक के रूप में उपयोग), और 120(बी) (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया।

विवेचना के दौरान, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को हिरासत में लिया। पूछताछ में उन्होंने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और पर्याप्त सबूत पाए जाने पर उन्हें विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।

गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं:

नीरज प्रजापति, उम्र 39 वर्ष, निवासी डुगडुगिया कुनकुरी, थाना कुनकुरी, जिला जशपुर (छ.ग.)

दिलीप राम, उम्र 29 वर्ष, निवासी ग्राम खूंटी टोली, थाना दुलदुला, जिला जशपुर (छ.ग.)

गोवर्धन यादव, उम्र 32 वर्ष, निवासी ग्राम सीरिमकेला, थाना दुलदुला, जिला जशपुर (छ.ग.)

घन श्याम यादव, उम्र 53 वर्ष, निवासी ग्राम सीरिमकेला, थाना दुलदुला, जिला जशपुर (छ.ग.)

यह भी सामने आया है कि चूंकि बेची गई जमीन भारत माला प्रोजेक्ट में चली गई थी और उसका नामांतरण नहीं हो सकता था, तो उसके मुआवजे की राशि 21 लाख रुपये को बिक्रीकर्ता के साथ मिलकर आरोपियों ने हड़प लिया। इस प्रकार, कुल धोखाधड़ी 45 लाख रुपये से अधिक की हुई।

पुलिस अधीक्षक का संदेश:
मामले की कार्यवाही और आरोपियों की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी कुनकुरी निरीक्षक श्री राकेश यादव, सहायक उप निरीक्षक श्री ईश्वर वारले, प्रधान आरक्षक छवि लाल पैंकरा, आरक्षक चंद्र शेखर बंजारे, भूपेंद्र यादव और नंदलाल यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह ने बताया कि “एक महिला से दूसरी जमीन दिखाकर, अन्य जमीन की रजिस्ट्री कर धोखाधड़ी करने वाले चार आरोपियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। इस प्रकार के भू-माफियाओं का जशपुर की जनता के खिलाफ षड्यंत्र बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि कोई भी इस प्रकार के षड्यंत्र का शिकार होता है, तो पुलिस को जरूर सूचित करें।”

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