छत्तीसगढ़

जशपुर पुलिस ने गैंगरेप के दो फ़रार आरोपियों को झारखंडऔर रायगढ़ से दबोचा, न्यायालय में पेशी के दौरान पुलिस को धक्का देकर हो गए थे फ़रार 

जशपुर, 9 जुलाई 2025: जशपुर पुलिस ने अपने “ऑपरेशन अंकुश” के तहत, पुलिस अभिरक्षा से फ़रार हुए गैंगरेप के दो आजीवन कारावास से दंडित आरोपियों – नेल्सन ख़ाखा और डिक्शन खाखा को अंततः झारखंड और रायगढ़ से धर दबोचा है। ये दोनों आरोपी अप्रैल 2025 में कुनकुरी न्यायालय में पेशी के दौरान पुलिस को धक्का देकर फ़रार हो गए थे।

आरोपियों की गिरफ्तारी और घटना का विवरण
जशपुर पुलिस ने नेल्सन ख़ाखा को सिमडेगा (झारखंड) के कुरडेग थाना क्षेत्र के ग्राम सांबा से और डिक्शन खाखा को रायगढ़ से कुनकुरी आते वक्त हिरासत में लिया। दोनों आरोपी थाना दुलदुला क्षेत्रांतर्गत एक अपहरण और दुष्कर्म के प्रकरण में जेल में बंद थे।

यह मामला 27 दिसंबर 2022 का है, जब कांसाबेल थाना क्षेत्रांतर्गत एक 15 वर्षीय नाबालिग पीड़िता ने थाना दुलदुला में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पीड़िता ने बताया था कि 26 दिसंबर 2022 को आरोपी नेल्सन ख़ाखा ने उसे जबरन मोटरसाइकिल पर बैठाकर सुनसान जगह ले जाकर दुष्कर्म किया, जबकि उसके साथी डिक्शन खाखा और सौरभ भी वहीं मौजूद थे और उन्होंने भी पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया। रिपोर्ट पर नेल्सन ख़ाखा, डिक्शन खाखा और सौरभ के विरुद्ध भा.द.वि. की धारा 363, 366 और 376 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया था।

पुलिस अभिरक्षा से फरारी और उसके बाद की कार्रवाई
11 अप्रैल 2025 को, जब इन दोनों आरोपियों को अन्य बंदियों के साथ जिला जेल जशपुर से कुनकुरी अपर सत्र न्यायालय में पेशी के लिए लाया गया था, और उन्हें आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गई थी, तभी फ़िंगरप्रिंट कराने के बाद बंदी गृह ले जाते समय शाम करीब 5:45 बजे दोनों आरोपी पुलिस को धक्का देकर अंधेरे का फायदा उठाकर फ़रार हो गए। इस संबंध में थाना कुनकुरी में बी.एन.एस. की धारा 262 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू की गई थी।

मामले की गंभीरता को देखते हुए, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह ने कर्तव्य में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित करते हुए, फ़रार आरोपियों की तलाश के लिए एक विशेष पुलिस टीम गठित की थी। मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया और पुलिस की टेक्निकल टीम की भी मदद ली गई।

शातिर आरोपियों की धरपकड़
पुलिस की टीम लगातार दोनों आरोपियों की तलाश कर रही थी। आरोपी इतने शातिर थे कि वे पुलिस से बचने के लिए झारखंड, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ में बार-बार अपना ठिकाना बदल रहे थे। पुलिस उनके छिपने के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही थी। इसी दौरान, मुखबिर और टेक्निकल टीम से मिली सूचना के आधार पर पुलिस को पता चला कि नेल्सन ख़ाखा झारखंड के सिमडेगा जिले के कुरडेग थाना क्षेत्रांतर्गत ग्राम सांबा में है, और डिक्शन खाखा रायगढ़ क्षेत्र से एक मालवाहक वाहन में कुनकुरी की ओर आ रहा है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो टीमें गठित कीं। एक टीम ने झारखंड के ग्राम सांबा में घेराबंदी कर नेल्सन ख़ाखा को हिरासत में लिया, जबकि दूसरी टीम ने रायगढ़ से कुनकुरी तक डिक्शन खाखा को लगातार ट्रेस करते हुए कुनकुरी में उसे हिरासत में लेने में सफलता पाई।

दोनों फ़रार आरोपियों, नेल्सन खाखा (उम्र 25 वर्ष) और डिक्शन खाखा (उम्र 30 वर्ष) को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।

सहयोगियों पर भी होगी कार्रवाई
पुलिस द्वारा फ़रार आरोपियों को भागने में मदद करने और शरण देने वाले उनके साथियों, कुनकुरी निवासी माइकल खाखा, जशपुर निवासी रितेश कुजूर और दुलदुला निवासी सुदीप मिंज के विरुद्ध भी वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।

इस पूरे ऑपरेशन और गिरफ्तारी में साइबर सेल से निरीक्षक मोर ध्वज देशमुख, उप निरीक्षक नसीरुद्दीन अंसारी, प्रधान आरक्षक अनंत मिराज किस्पोट्टा, आरक्षक अनील सिंह और थाना कुनकुरी से थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश यादव, उप निरीक्षक संतोष तिवारी, प्रधान आरक्षक दलेश्वर यादव, आरक्षक जितेंद्र गुप्ता, नन्द लाल यादव और नगर सैनिक अजय श्रीवास्तव की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह ने बताया कि पुलिस टीम ने बहुत ही पेशेवर तरीके से काम करते हुए इन फ़रार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने दोहराया कि “ऑपरेशन अंकुश” जारी रहेगा।

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