देश

छत्तीसगढ़ से शुरू होकर पूरे भारत तक पहुंचा ऑर्गालाइफ: एक हेल्दी लाइफस्टाइल की ओर कदम

आपको यह जानकर गर्व होगा कि छत्तीसगढ़ के रायपुर से शुरू हुआ एक ऑर्गेनिक फूड ब्रांड ऑर्गालाइफ आज पूरे देशभर में अपनी खास पहचान बना चुका है। ऑर्गालाइफ की नींव उमेश बंसी ने रखी, जिनके पास 20 साल से अधिक का अनुभव है ब्रांड बिल्डिंग और मार्केटिंग का। उनका उद्देश्य था कि किसानों को एक ऐसा मंच मिले जहां वे ऑर्गेनिक उत्पादों को सही कीमत पर ग्राहकों तक पहुंचा सकें और लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित कर सकें।

ऑर्गालाइफ की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह शुद्ध और जैविक उत्पाद बाजार में उपलब्ध कराता है, जिससे लोग बिना किसी मिलावट या केमिकल के स्वस्थ भोजन का आनंद ले सकें। ऑर्गालाइफ के उत्पाद जैसे गुड़ पाउडर, हल्दी गुड़, गुड़ खुरचन, गुड़ मसाला चाय इत्यादि अब पूरे भारत में मशहूर हो रहे हैं। इन उत्पादों को खासतौर पर चीनी के स्वस्थ विकल्प के रूप में तैयार किया गया है ताकि लोगों को हेल्दी जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जा सके।

ऑर्गालाइफ का एक और बड़ा कदम यह है कि उन्होंने वैक्यूम पैकेजिंग (Vacuum Packaging) की तकनीक अपनाई है, जिससे उनके उत्पादों की शेल्फ लाइफ (Shelf Life) एक साल तक बढ़ जाती है। इससे उत्पाद लंबे समय तक ताजे, सुरक्षित और कीटाणु-मुक्त रहते हैं, जिससे ग्राहकों को हमेशा उच्च गुणवत्ता के ऑर्गेनिक उत्पाद मिलते हैं।

आज ऑर्गालाइफ 300 से अधिक किसानों के साथ काम कर रहा है, जिन्हें APEDA (Agricultural and Processed Food Products Export Development Authority) के तहत पंजीकृत किया गया है। यह साझेदारी न केवल किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बना रही है बल्कि ग्राहकों को शुद्ध और प्राकृतिक उत्पाद प्रदान करने में भी मदद कर रही है।

ऑर्गालाइफ के संस्थापक उमेश बंसी का लक्ष्य है कि जल्द ही उनके उत्पाद डी-मार्ट (D-Mart) और जियो (Jio) जैसे बड़े प्लेटफार्म पर उपलब्ध हों ताकि अधिक से अधिक लोगों तक हेल्दी और ऑर्गेनिक उत्पादों की पहुंच हो सके। उनका सपना है कि भारत में हर घर तक ऑर्गेनिक और हेल्दी लाइफस्टाइल का संदेश पहुंचे और लोग अपनी सेहत को प्राथमिकता दें।

ऑर्गालाइफ की यह यात्रा यह साबित करती है कि यदि मजबूत इरादे, सही सोच और मेहनत हो तो एक छोटे से राज्य से शुरू हुआ ब्रांड भी पूरे देश में अपनी खास पहचान बना सकता है। ऑर्गालाइफ का उद्देश्य न केवल लोगों को शुद्ध और केमिकल-फ्री उत्पाद प्रदान करना है, बल्कि किसानों को आत्मनिर्भर और मजबूत बनाना भी है।

raigarh top news

स्वामी, संचालक – अनिल रतेरिया पता – गौरीशंकर मंदिर रोड़, रायगढ़ (छ.ग.) ईमेल: [email protected] मोबाईल नं.: +91-9827197981

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

This will close in 20 seconds