रायगढ़। चिराग पेपर इण्डस्ट्रीज, रायगढ़ (छ.ग.) के राजेश एवं मंजू अग्रवाल की सुपुत्री डॉ. परिधि अग्रवाल ने अपनी शैक्षणिक उपलब्धियों से पूरे क्षेत्र का गौरव बढ़ाया है। डॉ. परिधि ने एम डी एस (रूट कैनाल स्पेशलिस्ट) की परीक्षा में दत्ता मेघे यूनिवर्सिटी, नागपुर के शरद पवार डेन्टल कालेज, वर्धा से प्रथम स्थान में उत्तीर्ण कर गोल्ड मेडल प्राप्त कर पुरे यूनिवर्सिटी में टॉप किया है।
परिवार एवं गुरूजनों को समर्पित सफलता:-
डॉ. परिधि अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार एवं गुरूजनों देती हैं। उन्होंने कहा कि उनके जीवन में जो कुछ भी उन्होंने हासिल किया है, वह उनके परिवार के निरंतर समर्थन, प्यार एवं प्रेरणा का परिणाम है।
डॉ. परिधि मानहेरु गोयल परिवार की श्रीमती भगवती देवी की पौत्री एवं श्री सुभाष संतोष अग्रवाल (चिराग) की भतीजी हैं। डाॅ. परिधि अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरूजन कॉलेज के डीन डॉक्टर मनोज चांडक एवं विभागाध्यक्ष डॉ आदित्य पटेल को देते हुए बताया कि उनका अथक सहयोग एवं योगदान उनके जीवन में प्रेरणा और शक्ति का स्रोत रहा है।
शैक्षणिक यात्रा :-
डॉ. परिधि ने अपनी बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (बीडीएस) की पढ़ाई छत्तीसगढ़ डेंटल कॉलेज, राजनांदगांव (छ.ग.) से की, जहां वह हर समय टॉप 05 छात्रों में शामिल रहीं। इसके बाद उन्होंने गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज, रायपुर (छ.ग.) से इंटर्नशिप पूर्ण की।
ऑल इंडिया नीट एग्जाम में सफलता के बाद उन्हें शरद पवार डेंटल कॉलेज, वर्धा (महाराष्ट्र) में एडमिशन मिला। एमडीएस के तीनों वर्षों में डॉ. परिधि ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अपनी अप्रतिम प्रतिभा का परिचय देते हुए हमेशा प्रथम स्थान प्राप्त किया।
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियां :-
- आई ए सी डी ई नेशनल कॉन्फ्रेंस, राजमुंदरी (आंध्र प्रदेश): पोस्टर प्रजेंटेशन में प्रथम स्थान।
- रीजनल कॉन्फ्रेंस (एड्वेंट 2.0) : प्रजेंटेशन में प्रथम स्थान।
- आई एम यू इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस, कुआलालंपुर, (मलेशिया): पेपर प्रेजेंटेशन में प्रथम स्थान, जिसमें उन्हें 800 रिंगित का नकद पुरस्कार भी मिला।
- आई ई एस नेशनल कॉन्फ्रेंस, भुवनेश्वर (ओडिशा): पेपर प्रेजेंटेशन में उत्कृष्ट प्रदर्शन।
अनुसंधान और नवाचार :-
डॉ. परिधि अग्रवाल के अब तक 35 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं, जिनमें से कई क्यू 1 रैंकिंग के टॉप जनरल्स में प्रकाशित हुए हैं। उनके नाम रिसर्च से संबंधित 5 कॉपीराइट्स पंजीकृत हैं, जो उनकी नवाचार क्षमता को दर्शाते हैं।
डिजिटल पहल :-
डॉ. परिधि अग्रवाल का “डेंटल मेट” नाम से शैक्षणिक यूट्यूब चैनल भी है, जिससे अभी 18,000 से अधिक लोग लाभान्वित हो रहे हैं। उनके प्रयासों से हजारों छात्रों को प्रेरणा और मार्गदर्शन मिल रहा है। डॉ परिधि अग्रवाल के युटुब चैनल पर 240 से अधिक शैक्षणिक वीडियो प्रसारित हो चुके हैं ।
गौरव का क्षण :-
डॉ. परिधि की इस असाधारण सफलता ने न केवल उनके परिवार, शिक्षकों और साथियों को गौरवान्वित किया है, बल्कि रायगढ़ और उनके विश्वविद्यालय का भी नाम रोशन किया है। उन्होंने यह साबित किया है कि मेहनत, लगन और समर्पण से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
उनकी सफलता युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है और उनके जीवन का यह सफर चिकित्सकीय व शैक्षणिक क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।