महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में कार का शीशा तोड़कर उठाईगिरी करने का मामला सामने आया है. मामला कलेक्ट्रेट परिसर में समाज कल्याण विभाग के सामने का है. यहां बावनकेरा के पूर्व सरपंच द्रोण चन्द्राकर पंजाब नेशनल बैंक से केसीसी ऋण के तीन लाख रुपये निकालकर अपने कार में रखकर समाज कल्याण के ऑफिस के बाहर कार खड़ी कर मत्स्य विभाग गये, जहां उन्हें एक कागज जमा करना था. कागज देकर जैसे ही वह बाहर आए, तो देखा कि कार का शीशा टूटा हुआ है और तीन लाख रुपये और एक बैग, जिसमें उनके बच्ची के कपड़े थे, वह गायब था. द्रोण चन्द्राकर ने तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दी.
कभी सोचा नहीं था ऐसा होगा-पीड़ित सरपंच
उठाईगिरी का शिकार हुए बावनकेरा के पूर्व सरपंच द्रोण चन्द्राकर का कहना है कि मैंने ऐसा कभी सोचा ही नहीं था. जब कलेक्ट्रेट परिसर में ही उठाईगिरी हो जा रही है, तो मैं क्या कहूं. बता दें कि वह अपने कार में तीन लाख रुपये रखकर मत्स्य विभाग में कागज जमा करने के लिए गए थे. इसके बाद जैसे ही काम खत्म होने के बाद वह बाहर आए, तो उनके कार का शीशा टूटा हुआ था और उनके कार से पैसे गायब थे.
एडिशनल एसपी ने कही ये बात
पूरे मामले को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का कहना है कि उठाईगिरी की सूचना मिली है. घटना स्थल जाकर देखा गया है और मामले की जांच की जा रही है. पुलिस द्वारा लगाये गये सभी सीसीटीवी कैमरे काम कर रहे है. प्रार्थी ने अभी केवल सूचना दी है और रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है. कलेक्ट्रेट परिसर ही सुरक्षित नहीं है, तो सुरक्षा के इंतजामों का अंदाजा सहज ही लगा सकते है.