तीन दिन के भीतर पुलिस ने सुलझाई अंधे कत्ल की गुत्थी, मृतक की बेटी बोली- दोषी को फांसी मिले
डीवीआर को फेंका था नाले, पुलिस ने किया बरामद
एसपी दिव्यांग कुमार पटेल ने खुद की पूरे मामले की मॉनिटरिंग
पुलिस पूरे मामले का आज कर सकती है खुलासा
रायगढ़ टॉप न्यूज 30 सितंबर। शहर के बाजीरावपारा रेलवे अंडरब्रिज के दूसरी तरफ सूने मकान में हुए मर्डर के मामले में पुलिस ने घर की नौकरानी और उसके बेटे व बहु को हिरासत में ले लिया है। 25 सितंबर की रात को मालधक्का रोड़ में एक बुजुर्ग की धारदार हथियार से हत्या कर देने का मामला सामने आया था। तीन दिनों के भीतर में पुलिस ने हत्या के आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस नौकरानी के साथ उसके बेटे व बहु से पूछताछ कर रही है, हालांकि पुलिस शुरु से ही इसी एंगल को मुख्य आधार मानते हुए ही जांच कर रही थी। इसी आधार पर ही पूछताछ कर रही थी।
रेलवे अंडरब्रिज के ठीक बगल में रहने वाले रमेश तिवारी की बुधवार की रात अज्ञात लोगों ने घर घुसकर धारदार हथियार से हत्या कर आरोपी फरार हो गए थे। आसपास के लोगों ने बताया कि मृतक रमेश तिवारी लंबे समय से लोगों को ब्याज में पैसा देने का काम करता और उसकी 4 बेटी है सबकी शादी हो चुकी है, कुछ वर्ष पहले उसकी पत्नी के निधन के पश्चात वह अकेले ही घर में रहता था। इस घटना के बाद वारदात की जानकारी गुरूवार की सुबह उस वक्त मिली जब मृतक रमेश तिवारी के घर में काम करने वाली बाई साधमती वहां काम करने पहुंची तो देखा की मृतक का शव जमीन में पड़ा हुआ था। इस घटना होने के बाद पुलिस को साधमती के ऊपर ही शक था। पिछले तीन दिनों से पुलिस घर में काम करने वाली नौकरानी के घर पर पुलिस जवान तैनात कर पूछताछ कर रही थी। इसमें यह बात सामने आई हैं कि कड़ी पूछताछ में आखिरकार नौकरानी के बेटे मालधक्का रोड निवासी दीपक यादव (40) ने घटना करने की बात कबूल ली है। रविवार की देर शाम को पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। दीपक से पूछताछ करने के लिए एसपी दिव्यांग पटेल स्वयं साइबर थाने में पहुंचे हुए थे। इस दौरान एएसपी आकाश मरकाम और साइबर थाने के डीएसपी अभिनव उपाध्याय भी मौजूद थे। हालांकि इस मामले में विस्तृत क्राईम हिस्ट्री को पुुलिस सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेस कर करेंगी।
आर्थिक संकट आया तो की हत्या
रमेश तिवारी के घर पर काम करने वाली महिला काफी वर्षों से तिवारी के घर काम करती थी। रमेश की बेटी ने बताया कि नौकरानी साधमति बचपन से उनके घर पर काम करती है, वह परिवारिक हो गई थी। बताया जाता है कि साधमति का बेटा दीपक यादव पीडीएस दुकानों में अनाज की खरीद ब्रिकी का गोरखधंधा करता था। कुछ समय से दुकानों से अनाज खरीद ब्रिकी का अवैध कारोबार नहीं चल रहा था, ऐसे में उसे आर्थिक रूप से परेशानी होने लगी थी।
काफी पैसों का संकट था, ऐसे में रमेश तिवारी के घर पर हमेशा काफी रूपए रखे रहता है, क्योकि वह पैसों को ब्याजी में देने का काम करता था, वह अकेले घर पर रहता था। इसलिए दीपक ने बुजुर्ग रमेश की हत्या करने कर उनके पास रखे पैसों को लूटने का प्लान बनाया था, 25 सितंबर की रात को जब काफी बारिश हो रही थी, देर रात को दीपक रमेश तिवारी के घर पर जाकर बुजुर्ग की हत्या कर दिया, उनके पास रखे सारे पैसों को लेकर फरार हो गया। किसी तरह का कोई सुराग नहीं मिले इसके लिए वहां पर रखे सीसीटीवी और डीवीआर को भी ले कर भाग खड़ा हुआ। पूछताछ में दीपक लगातार पुलिस को छकाता रहा, लेकिन कड़ी पूछताछ के बाद वह सबकुछ घटनाक्रम को बता दिया।
घर के पीछे मिला डीवीआर मिला
25 सितंबर को जो घटनाक्रम हुआ था तो तिवारी के घर के पीछे के गेट से आरोपी की एंट्री होने की बात सामने आई थी। घर के पीछे दरवाजे से पुलिस क्लू निकालना शुरु किया, नाली में सर्च अभियान शुरु किया गया। दीपक और तिवारी का घर आसपास है। ऐसे में पुलिस ने नालियों से सर्च करना शुरु किया। नालियों की जांच के दौरान पुलिस को दीपक के घर के पीछे नाली में सीसीटीवी का डीवीआर मिला। इसमें पुुलिस को अहम क्लू मिलने की बात कही जा रही है।
आरोपी को मिले फांसी की सजा
रविवार को आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद मृतक तिवारी की पुत्री रीना ने बताया कि वह अपने पिता को बेटियों के पास रहने के लिए कहती थी। लेकिन तिवारी को रायगढ़ में अपने घर को छोड़कर बेटियों के घर पर रहना पसंद नहीं था। इसलिए वे मालधक्का रोड के घर पर अकेले रहते थे, रीना रायपुर में रहती थी इसके अलावा तीन और बेटियां भी दूसरे शहर में रहती है। बेटी ने मीडिया से बातचीत के दौरान एसपी दिव्यांग पटेल, एएसपी और सीएसपी सहित अन्य पुलिस कर्मियों को धन्यवाद दिया है। मीडिया से बातचीत के दौरान रीना ने हत्या करने वाले आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग उठाई है। पुत्री ने कहा कि यदि आरोपी दीपक पैसा की मांग उनके पिता से करता तो वह आसानी से उसे पैसा दे देते।
फिलहाल पुलिस आज इस मामला का खुलासा कर सकती है।