रायपुर। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने एक दिन पहले मनेंद्रगढ़- चिरमिरी (एमसीबी) जिला में एक भ्रष्ट पटवारी पटवारी वीरेंद्र नाथ पांडे को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। एसीबी ने 5 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़े गए पांडे के घर की भी जांच की। बताया जा रहा है कि वहां देर रात तक नोटो की गिनती चलती रही। लाखों रुपये कैश के साथ ही जमीन से संबंधित दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। हालांकि अभी एसीबी ने जब्त कैश और संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया है।
अफसरों के अनुसार दिलचस्प यह है कि पांडे की गिरफ्तारी पर गांव के लोगों ने जमकर जश्न मनाया। सोशल मीडिया में आतिशबाजी का वीडियो भी वयारल हो रहा है। बताया जा रहा है कि पांडे के भ्रष्टाचार से न केवल आम लोग बल्कि पंच- सरपंच भी त्रस्त थे। ऐसे में भ्रष्टाचारी पांडे की गिरफ्तारी से लोगों ने राहत की सांस ली है।
बता दें कि एसीबी ने कल (शुक्रवार) दो सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते पकड़ा था। इसमें एक पटवारी पांडे भी शामिल है। पटवारी को 5 हजार रुपये लेते पकड़ा गया था। पटवारी के खिलाफ मिट्टीकला निवासी डोमन राम राजवाड़े ने एसीबी में शिकायत की थी। बताया था कि उसके दिवंगत पिता के नाम पर गांव में पैतृक जमीन है। राजस्व रिकार्ड में वह उक्त जमीन को अपनी मां और चारों भाईयों के नाम पर दर्ज करना चाहता है। इसके लिए उसने पटवारी से बात की तो पटवारी ने 5 हजार रिश्वत की मांग की है।
इस शिकायत के आधार पर एसीबी ने जाल बिछाया और तय योजना के अनुसार डोमन राम को रिश्वत की रकम के साथ पटवारी के पास भेजा। पटवारी ने जैसे ही डोमन से 5 हजार रुपये लिए, ताक में बैठी एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया। पटवारी पांडे को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ने के बाद एसीबी की टीम उसके घर पर पहुंची और तलाशी ली। इस दौरान बड़े पैमाने पर नगद और जमीन के दस्तावेज मिले हैं, जिनकी जांच चल रही है।