पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष विश्वकर्मा ने रायगढ़ में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन के संंबंध में जिला स्तरीय अधिकारियों की ली बैठक
पिछड़ा वर्ग के समाज प्रतिनिधियों से की मुलाकात, पिछड़ा वर्ग समूह के आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और राजनैतिक भागीदारी के संबध में हुई चर्चा, लिए गए सुझाव
रायगढ़, 27 अगस्त 2024/ छ.ग.पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग, रायपुर के अध्यक्ष आर.एस.विश्वकर्मा (आई.ए.एस.से.नि.) केबिनेट मंत्री (दर्जा) ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने जिले के विभिन्न विभागों में संचालित योजनाओं में पिछड़ा वर्ग की सहभागिता एवं लाभान्वितों के संबंध में समीक्षा की। इस अवसर पर छ.ग.पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग सदस्यगण यशवंत सिंह वर्मा, नीलांबर नायक, बलदाऊ राम साहू, हरिशंकर यादव, शैलेन्द्री परगनिहा एवं हिमांचल साहू उपस्थित रहे।
छ.ग.पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष आर.एस.विश्वकर्मा ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को कहा कि जिले में पिछड़ा वर्ग की जनसंख्यानुसार पात्र हितग्राहियों को विभिन्न शासकीय योजनाओं से जोड़ें। उन्होंने आयोग के गठन के संबंध में कहा कि इसका उद्देश्य प्रदेश में पिछड़े वर्ग की वर्तमान सामाजिक स्थिति, शैक्षणिक तथा आर्थिक स्थिति, शासन के विभिन्न विभागों की संरचना एवं योजनाओं में पिछड़े वर्ग की भागीदारी, राज्य की शैक्षणिक संस्थाओं में पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को मिल रहे लाभ की जानकारी, राज्य में पिछड़े वर्ग के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर तथा इसमें वृद्धि के उपाय, राज्य में पिछड़े वर्ग की युवाओं हेतु कौशल उन्नयन कार्यक्रमों तथा प्रशिक्षण के संचालन की वर्तमान स्थिति, पिछड़े वर्ग के सामाजिक, शैक्षणिक तथा आर्थिक कल्याण हेतु अन्य उपाय तथा अनुशंसा के साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य में त्रि-स्तरीय पंचायतों एवं नगरीय निकायों के निर्वाचन में अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना है। जिसके लिए वर्तमान में सर्वे का कार्य किया जा रहा है। अत: सर्वे का कार्य प्राथमिकता के साथ किया जाए कोई भी पिछड़ा वर्ग का व्यक्ति नहीं छुटना चाहिए, ताकि पिछड़ा वर्ग की जन संख्या सुनिश्चित होने के साथ ही विभिन्न योजनाओं का लाभ उन्हे मिल सके।
अध्यक्ष आर.एस.विश्वकर्मा ने बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विकास विभाग, नगरीय प्रशासन विभाग, आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास, शिक्षा विभाग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग, कृषि विभाग, श्रम विभाग, राजस्व विभाग, महिला बाल विकास, रोजगार एवं प्रशिक्षण विभाग, समाज कल्याण कल्याण, वाणिज्य एवं उद्योग विभाग, क्रेडा, स्वास्थ्य विभाग, पशु चिकित्सा विभाग, उद्यानिकी विभाग, मछली पालन, जल संसाधन, सहकारिता विभाग, वन विभाग एवं जिला कौशल विभाग विकास से उनके संचालित विभागीय योजनाओं की जानकारी लेते हुए योजनाओं से पिछड़ा वर्ग के लाभान्वितों की समीक्षा की।
समीक्षा के दौरान अध्यक्ष विश्वकर्मा ने शिक्षा विभाग को निर्देशित किया कि योजनाओं में प्राप्त आवेदन अनुसार लाभान्वितों की विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायें। इसी प्रकार राजस्व विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र नियत समय में बनाया जाए। इस दौरान उन्होंने जाति प्रमाण पत्र के संबंध में निर्देशित किया कि शासन के जारी प्रपत्र का पालन करते हुए क्रिमीलेयर प्रमाण पत्र जारी करें। उन्होंने कहा कि जिले में स्कूल स्तर में जाति प्रमाण बनने चाहिए इसके लिए शिविर का आयोजन कर शत-प्रतिशत जाति प्रमाण पत्र बनाया जाए। उन्होंने कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान पिछड़ा वर्ग के हितग्राहियों के वर्गसंख्या अनुसार शासन को प्रस्ताव भेजने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता का ध्यान रखें, सभी वर्गो में सम्यक विकास हो, कृषक चयन में विशेष ध्यान दें। इसी तरह उन्होंने उद्योग विभाग को लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम में वर्गवार जानकारी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने मछली पालन विभाग को विभागीय योजनाओं से लाभान्वित करने के भी निर्देश दिए।
इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव, डीएफओ रायगढ़ सुश्री स्टायलो मंडावी, समस्त एसडीएम एवं जिला स्तरीय आधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
सामाजिक प्रतिनिधियों से की भेंट, लिए सुझाव
छ.ग.पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग, रायपुर के अध्यक्ष आर.एस.विश्वकर्मा ने आज अपने रायगढ़ के प्रवास के दौरान सर्किट हाऊस में पिछड़ा वर्ग के जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने समाज के समग्र विकास हेतु स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार सहित विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा करते हुए सुझाव भी लिए। इस दौरान महेश साहू, पुरूषोत्तम पटेल, खेमराज नायक, रमेश बेहरा, अरूण बेहरा, शीला तिवारी, अजय पटेल, सरयु बेहरा, हेमंत डनसेना, श्याम गुप्ता, अनिरूद्ध गुप्ता सहित समाज के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।