रायगढ़ । कापू थाना क्षेत्र के सोनपुर सुकबासुपरा गांव में मामूली विवाद के बाद हुई मारपीट में 55 वर्षीय जुगरूराम चौहान की बीते 13 अगस्त को मृत्यु हो गई। मृतक के लड़के शोभित राम चौहान ने मर्ग जांच दौरान पुलिस द्वारा दिये अपने बयान में बताया कि उसका लड़का सुनील चौहान फिलिसिता उरांव से प्रेम विवाह किया है । इसका पिता जुगरूराम चौहान अपने नाती सुनील चौहान और नाती बहू फिलिसिता के साथ रहता था। 11 अगस्त 2024 की शाम भैंस चराकर घर लौटने के बाद जुगरूराम ने थोड़ी शराब पी थी । नाती बहू फिलिसिता के रथ मेला देखने जाने पर बहू का नाम लेकर गली में गाली-गलौज कर रहा था ।
पड़ोसी बासुराम भगत, जिसे लगा कि जुगरूराम उसे जातिगत गालियां दे रहा है, बासुराम गुस्से में आकर जुगरूराम पर हमला कर दिया। बसुराम ने हाथ, मुक्का और लात से जुगरूराम की पिटाई की, जिससे जुगरूराम दीवार और खूंटे से टकराकर गंभीर रूप से घायल हो गया। जुगरूराम को अगले दिन अस्पताल पत्थलगांव ले जाया गया, जहां से उसे शासकीय अस्पताल अंबिकापुर रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान 13 अगस्त 2024 को जुगरूराम की मृत्यु हो गई।
घटना के संबंध में कल थाना मणिपुर जिला सरगुजा से बिना नंबरी मर्ग डायरी प्राप्त होने पर थाना प्रभारी कापू निरीक्षक नारायण सिंह मरकाम ने मृतक के पुत्र और साक्षियों से पूछताछ कर थाना कापू में हत्या का मामला दर्ज किया। पुलिस ने साक्षियों के समक्ष आरोपी के बयान पर घटना स्थल से तीन नग सरई लकड़ी के खूंटे बरामद किए हैं। आरोपी बसुराम भगत (36 वर्ष) को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इस गंभीर मामले में त्वरित कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा-निर्देशन और पुलिस अनुविभागीय अधिकारी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी के सुपरविजन में निरीक्षक नारायण सिंह मरकाम, आरक्षक फिल्मोन लकड़ा, इलियाजर टोप्पो और आरक्षक सामवेल मिंज की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।