रायगढ़/ बुधवार को ओ.पी.जिंदल. विद्यालय तराईमाल में जिंदल समूह के संस्थापक श्री ओमप्रकाश जिंदल की जयंती और स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में तराईमाल की सरपंच सुश्री लक्ष्मी भगत, भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष श्री पितरु मालाकार, एन.एस.पी.एल. से सी.एस.आर.प्रमुख श्री राजकुमार त्रिपाठी, मानव संसाधन प्रमुख श्री अंकुश आचार्या, अभिभावक श्री अजय शंकर साहू, विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती अलका गोडबोले, अध्यापकगण, एवं विद्यार्थी मौजूद थे। कार्यक्रम की कड़ी में विद्यार्थियों द्वारा अतिथियों का स्वागत सत्कार पुष्प गुच्छ भेंट प्रदान करके एवं स्वागत गीत गाकर किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती जी के चरणों व बाबू जी के चित्र के सामने दीप प्रज्वलन करके, माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित करके किया गया। विद्यालय की प्राचार्या महोदया जी ने स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई दीं । साथ ही उन्होंने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा-“ कि विद्यार्थी विद्यालय से बाहर निकले तो उनके पास इतनी कला होनी चाहिए कि अपने जीवन को अपने पैरों पर खड़ा कर सकें और अपने माता-पिता का नाम रोशन कर कैरियर में आगे बढ़कर उपलब्धि हासिल करें।”
विद्यालय में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन भी किया गया। इस गतिविधियों में कक्षा-प्री प्राइमरी के विद्यार्थियों ने समाज की संस्कृति एवं मूल्यों पर आधारित पारंपरिक आदिवासी वेशभूषा एवं प्राकृतिक हरियाली से परिपूर्ण सजावट के साथ मनमोहक नृत्य प्रस्तुत करके हमें अपनी परंपरा और संस्कृति से परिचित कराया। इसके पश्चात विद्यालय में नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन चारो सदनों (आज़ाद, भगत, सुभाष, तिलक) में आयोजित किया गया। आयोजित नृत्य का विषय – परंपरा के साथ तकनीकी रखा गया था। इस विषय पर चारों सदनों के प्रतिभागी ने अपना मनमोहक प्रस्तुतिकरण दे कर आज के आधुनिक युग में गुरुजन, माता-पिता की भूमिका तथा सोशल मीडिया का सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव से परिचित कराए। इस नृत्य प्रतियोगिता में प्रथम स्थान तिलक सदन व द्वितीय स्थान सुभाष सदन ने प्राप्त किए। प्रतिभागी के रूप में भाग लेने वाले प्रत्येक विद्यार्थियों व नृत्य प्रशिक्षक को प्रमाण पत्र एवं पारितोषिक से पुरस्कृत किया गया। साथ ही मुख्य अतिथि सुश्री लक्ष्मी भगत जी ने प्रतिभागियों के नृत्य की प्रशंसा एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए बधाई व शुभकामनाएं प्रदान कीं। विद्यालय की प्राचार्या महोदया जी ने मुख्य अतिथि जी को प्रेम से परिपूर्ण स्मृतिचिह्न भेंट कीं। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की शिक्षिका द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दी गई। तथा विद्यार्थियों में मिष्ठान्न का वितरण करके कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान गाकर किया गया।