विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह की विधायक को चेतावनी..विधायकों के हास परिहास, तीखी नोंक झोंक और विशेष टिप्पणियों को जानिए इस रिपोर्ट में.

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डा अनिल द्विवेदी

रायपुर. विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन सदन में भाजपा और कांग्रेस के विधायकों के बीच तीखी नोक झोक और हास परिहास के दृश्य दिखाई दिए। विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने सदन का कुशल और न्यायपरक संचालन किया तथा दोनों पक्ष के विधायकों को सीख दी।























देखिए विशेष झलकियां :

विधायक राजेश मूणत ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार में राजीव मितान योजना के तहत एक कार्यक्रम रायपुर में हुआ तो सरकार ने राहुल गांधी को अतिथि बनाया उसमें 120000 शर्ट और टोपी बांटने का फैसला हुआ। सरकार ने इस कार्यक्रम के लिए 10 करोड रुपए का आवंटन किया जिसमें 4.50 करोड़ के आसपास की टीशर्ट किट बांटी गई जबकि विभाग की तरफ से कोई लिखित आदेश जारी नहीं हुआ फिर भी किट की खरीदी उसका वितरण और उसकी प्राप्ति कैसे कर ली गई. इसमें सत्ताधारी कांग्रेस के नेताओं के अलावा सरकारी अधिकारी ने भी भ्रष्टाचार किया है, इसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए।

कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने इस बात पर आपत्ति की कि राजेश मूणत राहुल गांधी का नाम सदन में बार-बार क्यों ले रहे हैं। इस पर विधायक धर्मजीत सिंह ने उन्हें रोकते हुए कहा ज्यादा क्यों बोल रहे हो तुम्हारी ही सरकार का पाप है।

विधायक द्वारिकाधीश यादव ने मूणत पर कटाक्ष किया कि 5 मिनट के मामले में 20 मिनट क्यों ले रहे हैं।

एक अन्य विधायक यादव ने राजेश मूणत पर मुस्कुराते हुए टिप्पणी की कि जब माल किसी और ने खपाया तो मूणत का इसमें क्या इंटरेस्ट है और मंत्री जांच की घोषणा नहीं कर रहे हैं तो उनका क्या इंटरेस्ट है।

खेल मंत्री टंकराम वर्मा ने बताया कि इस सारी योजना का खाका तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में तैयार हुआ और इस सप्लाई का कोई लिखित आदेश सरकार की तरफ से सप्लायर कंपनी को नहीं दिया गया।

विधायक रामकुमार यादव इस मामले में बोलने के लिए खड़े हुए तो अजय चंद्राकर ने उन्हें टोकते हुए कहा कि मुझे तो आश्चर्य हो रहा है उतना सारा पैसा देखने के बाद भी तुम जिंदा हो। चंद्राकर ने यह टिप्पणी दोबारा भी की।

विधायक कवासी लखमा ने फिर से टिप्पणी करनी चाहिए तो अजय चंद्राकर ने कहा कि इस आदमी ने पूरे प्रदेश को शराबी बना दिया।

विधायक द्वारकाधीश यादव ने इस पूरे मामले की जांच विधायक दल से करने की मांग की।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने राजेश मूणत को इस बात के लिए टोका कि जब मंत्री इसका जवाब दे रहे हैं तो आप ऊंची आवाज में क्यों बोल रहे हैं, इस पर कांग्रेस के कुछ विधायकों ने भी मूणत पर टिप्पणी की।

विधायक अजय चंद्राकर ने भी खेल मंत्री टंकराम वर्मा को घेरा। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले की जांच समय पर नहीं हुई तो 4.30 करोड़ खाकर सब लोग भाग लेंगे।

विधायक भूपेश बघेल ने आज विधानसभा में पूरी चर्चा का नेतृत्व किया क्योंकि नेता प्रतिपक्ष महंत गैर हाजिर थे। बघेल ने कई मुद्दों पर सरकार की जमकर खिंचाई की लेकिन जब अजय चंद्राकर ने कांग्रेस को दो-तीन मौकों पर घेरा तो भूपेश बघेल तमतमा गए। उन्होंने खड़े होकर अजय चंद्राकर को भारी नाराजगी के साथ फटकारा और उसके बाद अपने विधायकों के साथ उनके भाषण का बहिष्कार कर दिया।

विधायक अजय चंद्राकर ने आज मंत्रियों की जमकर क्लास ली। उन्होंने एक दर्जन से ज्यादा मामले गिनाते हुए कहा कि इस जांच कमेटी को मंत्रियों ने ही बिठाया था लेकिन इतने महीने के बाद भी उसकी रिपोर्ट नहीं आ सकी, अगर रिपोर्ट आ जाती तो कांग्रेस सरकार के ये नेता जेल में होते।

विधायक अजय चंद्राकर की इस टिप्पणी से विपक्ष तमतमा गया जिसमें चंद्राकर ने कहा कि बलोदा बाजार कांड को अंजाम देने वाला एक विधायक कांग्रेस से है।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी अजय चंद्राकर पर भड़क गए चंद्राकर ने जब यह टिप्पणी की कि विष्णु सरकार को अस्थिर करने के लिए, बदनाम करने के लिए कांग्रेस ने एक शांतिपूर्ण समाज को भड़काया और सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की चंद्राकर ने यह भी जोड़ दिया कि 2003 में भी भाजपा विधायकों को तोड़ने का खेल कांग्रेस ने ही 45 लाख में खेला था। इसके बाद विपक्ष बुरी तरह नाराज हो गया।

महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने भी भूपेश बघेल की एक टिप्पणी पर उन्हें करारा जवाब दिया। भूपेश बघेल ने मजाकिया अंदाज में कहा कि मंत्री जी की हालत देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में कुपोषण कितना फैल गया है, इस पर लक्ष्मी ने बघेल पर पलटवार करते हुए कहा कि आप लोग 5 साल में सब के हिस्से का इतना खा गए कि हम सब कुपोषित हो गए। लक्ष्मी की टिप्पणी से सदन में ठहाके लगे और मेजें भी थपथपाई गई।

विधायक भावना बोहरा ने भी सदन का ध्यान आकर्षित किया। गुलाबी साड़ी पहनी भावना के साथ सेल्फी लेने के लिए सदन के बाहर कार्यकर्ताओं में होड़ मची रही।

विधायक अजय चंद्राकर की टिप्पणी से जब कांग्रेस ने बहिष्कार कर दिया तो सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। सभवतः रमन सिंह ने उन्हें बुलाया, विधानसभा सचिव चंद्राकर को लेकर गए बाद में अजय ने माफी मांगने से इंकार कर दिया। रमन सिंह ने भी किनारा कर लिया।

भाजपा विधायक राकेश सैन ने विधानसभा में एक पोस्टर का प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा तो विधायकों ने कड़ी आपत्ति की। भूपेश बघेल ने कहा कि पोस्टर दिखाना सदन में नियमों का उल्लंघन है, इस पर रमन सिंह ने व्यवस्था दी और कहा कि कोई भी सदस्य इस तरह का प्रदर्शन करने के पहले स्वीकृति ले लेना चाहिए।

कांग्रेस विधायक उमेश पटेल आज सदन में जमकर बोले। उनके भाषण की कई लोगों ने तारीफ की हालांकि अजय चंद्राकर और उनके बीच तीखी नोंक झोंक भी हुई। उमेश ने जब मुस्कुराते हुए कहा कि आप इतना बोलते हैं उसके बाद भी आपको मंत्री नहीं बनाया। इस पर द्वारिकाधीश यादव ने चुटकी ली कि अजय चंद्राकर जी शांत बैठे हैं इस पर विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि अरे इतना तो बोलते हैं अब क्या डंडा लेकर सदन में आएं।

संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप भी उमेश पटेल पर टिप्पणी करने से नहीं चूके। उन्होंने सीख दी कि मनगढ़ंत कहानी मत बनाइए। सदन की गंभीरता को समझिए।

विधायक रामकुमार यादव ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सामने ही कह दिया कि अभी सरकार में सिर्फ ओ पी चौधरी की चल रही है, वे दिल्ली जाते हैं तो भाजपा विधायकों को सांसें अटक जाती हैं।



































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