रायगढ़। बीते दिनों अंश होटल में हुई उठाईगिरी मामले में कोतवाली पुलिस के हाथ सफलता लगी है । 14 जुलाई को अंश होटल रायगढ़ में शादी समारोह के स्टेज के पास वर वधु को दिए गए लिफाफे और गिफ्ट भरे लेडीज पर्स को उठाकर अज्ञात युवक रफू चक्कर हो गया था । घटना को लेकर अखिलेश मिश्रा निवासी बोईरदादर बिनोबा नगर द्वारा 15 जुलाई को थाना कोतवाली में उठाईगिरी (चोरी) की रिपोर्ट दर्ज कराया गया । थाना कोतवाली में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 430/2024 धारा 303(2) बीएनएस के तहत अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया ।
उठाईगिरी की घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन पर नगर पुलिस अधीक्षक आकाश शुक्ला, थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक सुखनंदन पटेल, साइबर सेल व कोतवाली पुलिस द्वारा तत्काल घटनास्थल जाकर घटना की तस्दीकी किया गया एवं सीसीटीवी फुटेज चेक किये गये जिसमें संदिग्ध की तस्वीर प्राप्त हुई जिस संबंध में शादी में आये मेहमानों और होटल स्टाफ से पूछताछ किया गया जिसमें संदिग्ध के अजय कैटरिंग में काम करने वाले वेटर- शेख अकबर उर्फ बुद्धन के होने की जानकारी मिली । तत्काल पुलिस द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी के लिए स्टाफ लगाया गया जो ट्रेन से कोलकाता फरार हो गया था । पुलिस अधीक्षक से अनुमति प्राप्त कर कोतवाली पुलिस की टीम द्वारा कोलकाता में दबिश दिया गया, आरोपी उसके परिचित से मिलकर वापस रायगढ़ के लिये निकल चुका था, आरोपी का पीछा करते हुये पुलिस टीम रायगढ़ आयी और आरोपी को आज ढिमरापुर रायगढ़ के पास हिरासत में लेकर थाना लाया गया । आरोपी ने अपने मेमोरेंडम पर घटना दिनांक को उठाईगिरी करना स्वीकार किया है । आरोपी के मेमोरेंडम पर सोने की अंगूठी कीमती करीब ₹15,000 एवं नदी रकम ₹9200 *कुल ₹24,200 बरामद* किया गया है । आरोपी के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य संकलन कर पुलिस ने आज आरोपी शेख अकबर उर्फ बुद्धन पिता स्वर्गीय शेख कादिर उम्र 32 साल निवासी वार्ड क्रमांक 39 तिलजला रोड कोलकाता* को चोरी अपराध में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है ।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन एवं एडिशनल एसपी आकाश मरकाम के मार्गदर्शन व नगर पुलिस अधीक्षक आकाश शुक्ला के नेतृत्व में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक सुखनंदन पटेल, सहायक उप निरीक्षक नरेन्द्र सिदार(थाना जूटमिल), प्रधान दिलीप भानु, आरक्षक उत्तम सारथी एवं सायबर सेल के प्रधान आरक्षक बृजलाल गुर्जर, आरक्षक धनंजय कश्यप की अहम भूमिका रही है ।