रायगढ़, 29 जून 2024। ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ में नए अकादमिक सत्र (2024-25) के लिए प्रवेश प्रक्रिया आरम्भ हो चुकी है और एक दिन में रिकार्ड 200 छात्रों ने विभिन्न प्रोग्राम्स में प्रवेश लेकर विश्वविद्यालय के प्रति अपनी पसंद दर्शाया है। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ मे देश के प्रतिष्ठित जिंदल समूह द्वारा नयी सोच, विश्वस्तरीय पाठ्यक्रम, विश्वस्तरीय शिक्षक, आधुनिक शिक्षण पद्धति, स्टेट- ऑफ़-आर्ट बुनियादी ढांचे और परिसर के साथ आरंभ किये गए ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट और साइंस प्रोग्राम्स को देश के छात्रों एवं अभिभावकों द्वारा अभूतपूर्व सहयोग एवं सराहना मिल रही है। इस विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों (डिप्लोमा, बी.टेक., एम.टेक., एवं पीएचडी), मैनेजमेंट पाठ्यक्रमों (बीबीए, बीकॉम ऑनर्स, बीए-ऑनर्स, एमबीए एवं पीएचडी) एवं साइंस पाठ्यक्रमों (बीएससी- ऑनर्स, एमएससी एवं पीएचडी) के लिए छात्रों की प्रतिक्रिया ने यह साबित किया है की आज का युवा एक प्रोफेसनल युवा बनने के लिए पारंपरिक और पुरानी शिक्षण पद्धति को छोडकर, नयी एवं विश्वस्तरीय शिक्षा पाने के लिए अत्यधिक उत्साहित एवं बेताब है।
ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ के कुलपति डॉ आर. डी. पाटीदार ने छात्रों के ओपीजेयू के प्रति सकारात्मक रुझान के प्रति प्रसन्नता व्यक्त किया और 200 छात्रों के प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय के एडमिशन डिपार्टमेंट को बधाई दिया। डॉ पाटीदार ने कहा की आज के हुआयामी एवं आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस युक्त बाजार ने शिक्षा प्रणाली को बदल दिया है। दो दशक पहले, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के बीच यह सामान्य विचार था कि हमारा काम बहुत अच्छे अकादमिक रूप से सफल छात्रों का निर्माण करना है, लेकिन अब रोजगार और शिक्षा पर निवेश राशि की वापसी आदि के प्रति छात्र एवं अभिभावक सजग हैं। आज के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों को अधिक से अधिक प्रैक्टिकल एवं इक्स्पीरिऐंसिअल शिक्षण प्रणाली को अपनाने तथा छात्रों के प्लेसमेंट पर अधिक ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है। ओपी जिंदल विश्वविद्यालय इन सभी बातों को सर्वोपरि रखकर कार्य कर रहा है। ओपीजेयू को सबसे अलग एवं विश्वस्तरीय बनाने के लिए पांच बातों- स्टेट ऑफ़ आर्ट बुनियादी सुविधाएँ एवं आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित प्रयोगशालाएं, देश के प्रतिष्ठित संस्थानों जैसे की आईआईटी, एनआईटी, आईआईआईटी, आदि अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों से शिक्षा प्राप्त तथा वैश्विक स्तर के अनुभवी प्राध्यापकों का चयन एवं ‘स्टूडेंट सेंटर्ड – लर्न बाई डूइंग अर्थात एक्स्पिरिएन्सिअल लर्निंग की शिक्षण पद्धति अपनाने, अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से सहयोग का करार करने तथा छात्रों को अच्छा प्लेसमेंट दिलाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ओपीजेयू के कॅरियर डेवलपमेंट सेंटर के प्रयास से छात्रों का प्लेसमेंट भी अच्छी कंपनियों में अच्छे पैकेज के साथ हुए हैं। छात्रों एवं अभिभावकों का विश्वास प्राप्त करने और सभी पाठ्यक्रमों में अच्छी संख्या में छात्रों के प्रवेश लेने में इन्ही बातों की भूमिका महत्वपूर्ण है। ओपी जिंदल विश्वविद्यालय को हम स्टील सेक्टर में कार्य करने वाला विशिष्ट वैश्विक संस्थान बनानेकी दिशा में कार्य कर रहे हैं और यह देश का पहला निजी क्षेत्र का विश्वविद्यालय है जो की स्टील टेक्नोलॉजी एवं मैनेजमेंट के लिए डेडिकेटेड है। डॉ पाटीदार ने कहा की छात्रों के हित में किये जा रहे कार्यों की वजह से ही विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्याङ्कन एवं प्रत्यायन परिषद् (NAAC) द्वारा ‘A’ ग्रेड प्राप्त हुआ है, जो की विश्वविद्यालय की अकादमिक एवं प्रशासनिक उत्कृष्टता को रेखांकित करता है। विश्वविद्यालय को NAAC के अलावा कई अन्य रैंकिंग संस्थाओं द्वारा भी अच्छी रैंकिंग प्राप्त हुए है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अनुराग विजयवर्गीय, सभी विभागाध्यक्षों एवं प्राध्यापकों ने रिकार्ड एडमिशन के लिए एडमिशन डिपार्टमेंट को बधाई दिया और अच्छे एडमिशन के लिए शुभकामनाएं दिया।
ज्ञातव्य हो कि रायगढ़ के पुंजिपथरा स्थित ओपी जिंदल विश्वविद्यालय की स्थापना 2014 में (राज्य बिल अधिनियम 13) देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक समूह – जिंदल ग्रुप द्वारा देश और विदेश के छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी। विश्वविद्यालय विश्वस्तर के पाठ्यक्रम, विश्वस्तरीय शिक्षक, आधुनिक शिक्षण विधियाँ, अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे और शिक्षार्थियों को एक जीवंत परिसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित यह विश्वविद्यालय इस्पात प्रौद्योगिकी और प्रबंधन का सबसे विशिष्ट और विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय बनने की ओर अग्रसर है।