चांदमारी संकुल समर कैंप में बच्चों को व्यक्तित्व विकास सह ऐतिहासिक स्थल का कराया गया भ्रमण
रायगढ़। स्कूल शिक्षा विभाग के दिशा निर्देश एवं कार्यालय कलेक्टर द्वारा प्रसारित आदेशानुसार संकुल प्राचार्य श्रीमती दीप्ति अग्रवाल के प्रभावी मार्गदर्शन में शासन की अभिनव पहल के तहत समर कैम्प का आयोजन संकुल केन्द्र चांदमारी में किया जा रहा है।
बच्चों ने जाना कब बना मोतीमहल
समर कैम्प के तृतीय दिवस आज 22 मई को शासकीय प्राथमिक शाला भूपदेव व जगतपुर के संयुक्त तत्वावधान में बच्चों के शारीरिक, मानसिक, सामाजिक एवं रचनात्मक बौद्धिक विकास, मनोरंजक गणितीय गतिविधियां, पहाड़ा 1से 20 तक, कबाड़ से जुगाड़ अंतर्गत पेपर से पेपर वालेट ,बाटल से पेन स्टैंड, फ्लावर पॉट आदि निर्माण के बारे में बताया गया। साथ ही एक्सपोजर विजिट के तहत राजमहल, मोतीमहल का भ्रमण कराया गया एवं उन्हें ऐतिहासिक तथ्यों की जानकारी देते हुए बताया गया कि रायगढ़ की शान कहे जाने वाले मोतीमहल का निर्माण सन् 1904 में हुआ था तत्पश्चात् राजा चक्रधर के द्वारा इस मोतीमहल का पुनः निर्माण कराया गया और राजा चक्रधर की पहली पत्नी रानी मंगल मोती देव के नाम पर इस महल का नाम मोतीमहल रखा गया है। पूर्व में राजाओं की जीवन -कार्यशैली के बारे में भी जानकारी दी गई।
बच्चों ने समर कैम्प का लिया आनंद
वहीं समर कैंप में ठंडा पानी, चाकलेट, बिस्किट की व्यवस्था की गई।आज के कार्यक्रम का नेतृत्व प्रधान पाठक द्वय गौरी मोहंती (प्रा.शा.भूपदेव)व क्षमा साहू(प्रा.शा.जगतपुर)के द्वारा किया गया। यह समर कैम्प बच्चों के व्यक्तित्व विकास हेतु अच्छी पहल है।समर कैम्प से अधिक से अधिक बच्चे लाभान्वित हों,इस हेतु समस्त शाला प्रयासरत हैं।समर कैम्प की प्रतिदिन की समीक्षा भी संकुल स्तर पर राजेश डनसेना प्रभारी प्राचार्य शासकीय हाई स्कूल केवड़ाबाड़ी व डॉ.मनीषा त्रिपाठी प्रधान पाठक शासकीय रविशंकर प्राथमिक शाला रायगढ़ द्वारा ली जा रही है।वहीं आज समर कैम्प में 24 शिक्षक व 38 बच्चे शामिल हुए।