सारंगढ़। बढ़ते हुए अपराध एवं अपराधियों की पहचान कर आपराधिक गतिविधियों में कमी लाने हेतु 20 अप्रैल को पुलिस अधीक्षक कार्यालय सारंगढ़ में NAFIS(नेशनल ऑटोमेटिक फिंगरप्रिंट आईडेंटिफिकेशन सिस्टम) के संबंध में एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जिसमें कमलेश्वर चंदेल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सारंगढ़, अविनाश मिश्रा मुख्यालय डीएसपी सारंगढ़ की उपस्थिति में समस्त थानों एवं चौकियों से आए प्रधान आरक्षक, आरक्षकों को गिरफ्तार आरोपियों के फिंगरप्रिंट लेने के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया l
वर्तमान में जिला स्तर पर नफीस वर्क स्टेशन की शुरुवात की गई है जिसमें अपराधियों के फिंगरप्रिंट का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है lपुलिस अपराधियों के फोटो के साथ -साथ उनके फिंगरप्रिंट को भी संग्रहित कर रही है l इससे बार-बार अपराध करने वाले अपराधियों की जानकारी आसानी से प्राप्त की जा सकेगी l नाम और पहचान बदलकर रहने वाले अपराधी भी पकड़ में आएंगे l यदि अपराधी एक अपराध करने के बाद दूसरे जिले या किसी भी स्थान पर नाम बदलकर रहने लगता हैं और वहां भी वह इसी तरह के अपराध को अंजाम देता है तो फिंगरप्रिंट डाटाबेस तैयार होने के बाद अपराधी की अपनी पहचान छुपाने सम्बन्धी चालबाजी नहीं चलेगी और पुलिस को अपराधियों को पकड़ने में आसानी होगी l