दोस्त के साथ विदेश जाने के लिए रची फेक किडनैपिंग की साजिश, पिता से मांगी 30 लाख फिरौती, पढ़े पूरी खबर…

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इंदौर। कोटा से एक युवती के अपहरण के बाद राजस्थान पुलिस उसे ढूंढती हुई इंदौर तक पहुंची इस दौरान राजस्थान पुलिस ने इंदौर क्राइम ब्रांच से संपर्क किया तो इंदौर क्राइम ब्रांच ने इंदौर से दो युवकों को पकड़कर कोटा पुलिस के हवाले किया है और पूरे मामले में अब जल्द ही कोटा पुलिस आने वाले दिनों में इस अपहरण काण्ड का खुलासा कर सकती है।

बता दे शिवपुरी की रहने वाली कव्या के अपहरण कांड की गुत्थी अब सुलझती हुई नजर आ रही है , वही इंदौर क्राइम ब्रांच ने भंवरकुआं क्षेत्र से दो युवकों को पड़कर राजस्थान पुलिस के हवाले किया है और वही अब पूरे ही मामले में अब कोटा पुलिस पूरे मामले में आगे जांच कर खुलासा करेगी, वहीं प्रारंभिक तौर पर एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने यह जानकारी देते हुए बताया की युवती काव्या अपने दोस्त हर्षित के साथ अधिकतर समय इंदौर में ही रहती थी और उसने ही अपने दोस्त हर्षित और हर्षित के दोस्त गजेंद्र उर्फ बृजेश और अमन के साथ मिलकर अपने अपहरण कांड की झूठी कहानी रची , वही प्रारंभिक तौर पर यह भी बात सामने आ रही है की काव्य ने हर्षित के दोस्त गजेंद्र के रूम के किचन में ही अपने अपहरण का वीडियो शूट किया और उसे अपने पिता को भेज दिया, साथ ही अपने पिता को 30 लाख रुपए की फिरौती की भी मांग को लेकर मैसेज काव्या ने ही किया।























वहीं काव्या ने अपने दोस्तों को इस बात की जानकारी दी थी कि मेरे माता-पिता मुझसे काफी प्रेम करते हैं और वहां फिरौती की रकम जल्द ही दे देंगे और उसके बाद युवती काव्या उन रूपयो को लेकर अपने दोस्त हर्षित के साथ विदेश चली जाएगी और वहीं पर गुर्जर बसर करेगी, लेकिन इस पूरे ही मामले में कोटा पुलिस ने इंदौर पुलिस ने संपर्क किया और इंदौर पुलिस ने इस पूरे ही मामले में गजेंद्र और अमन को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया, तो वहीं जांच पड़ताल में यह भी बात सामने आई कि युवती काव्या कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रही थी, इस बात की जानकारी उसने अपने माता-पिता को दी थी लेकिन वह अधिकतर समय इंदौर में ही अपने मित्र हर्षित के साथ लिव इन में रहती थी और जब भी माता-पिता का उसके पास फोन आता था तो वह कोटा में होने की जानकारी देती थी, वहीं अपने अपहरण कांड की झूठी कहानी भी हर्षित और काव्या ने रची थी जिसके तहत काव्या ने अपनी गाड़ी और मोबाइल बेच दिया था और उस पैसों से खर्चा निकल रहे थे।

वहीं इस पूरे मामले में एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया का कहना है कि पूरे ही मामले में युवती की और उसके दोस्त की कॉल लोकेशन निकाली गई , इस दौरान इस बात की जानकारी सामने आई की छात्रा की कॉल लोकेशन अधिकतर समय इंदौर के भोलाराम उस्ताद मार्ग पर देखी गई इसके बाद भवर कुआ को पुलिस से संपर्क किया गया और भावरकुंआ पुलिस ने भोलाराम उस्ताद मार्ग पर जहां पर लोकेशन मिली थी वहां पर दबिश दी और यहां से गजेंद्र और अमन को पकड़कर राजस्थान पुलिस के हवाले कर लिया गया, वहीं का पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में अपहरण से जुड़ी पूरी जानकारी पुलिस को दी और उसी के आधार पर संभवत अपहरण कांड की गुत्थी अब सुलझती हुई नजर आ रही है तो वही काव्या और हर्षिता ने अपहरण की कहानी तकरीबन 15 दिन पहले ही तय कर ली थी इसके तहत हर्षित ने भी अपना रूम खाली कर दिया था और वह भी अपने दोस्त गजेंद्र के वहां पर रहने के लिए आ गया था, और यहीं पर युवती ने अपना वीडियो बनाकर अपने माता-पिता को भेजा था, वहीं यह बात भी सामने आ रही है की मंगलवार को युवती इंदौर में थी और उसके बाद 17 मार्च को जयपुर पहुंच गई और 18 मार्च को वापस आ गई और 18 मार्च को ही इस पूरे मामले में पुलिस को लड़की के पिता रघुवीर धाकड़ ने शिकायत की थी और उसके बाद ही जब अपहरण कांड की खबर मीडिया में आई तो युवती अपने मित्र हर्षित के साथ गायब हो गई। जिसकी तलाश पुलिस के द्वारा की जा रही है। फिलहाल काव्या और उसके दोस्त की तलाश जारी है। सूचना देने वाले को 20 हजार का इनाम पुलिस की तरफ से मिलेगा।



































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