अंबिकापुर। अंबिकापुर के जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) के असुरक्षित पानी टंकी में गिरने से चार वर्षीय बालिका की मौत हो गई। बालिका अपनी शिक्षिका मां के साथ जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान में आई थी। शिक्षिका मां प्रशिक्षण में व्यस्त थी। इधर बालिका परिसर में ही खेल रही थी। अचानक बालिका के कहीं नजर नहीं आने पर खोजबीन शुरू की गई। तब उसके पानी टंकी में गिरने का पता चला। जब तक उसे निकाल कर अस्पताल ले जाया जाता उसकी मौत हो चुकी थी।
अंबिकापुर के जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान में इन दिनों शिक्षकों का प्रशिक्षण चल रहा है। अलग-अलग बैच में शिक्षक- शिक्षिकाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के लिए जिले के अलग-अलग ब्लॉकों में पदस्थ शिक्षक- शिक्षिकाओं को आदेशित किया गया है। वर्तमान में तीन दिवसीय प्रशिक्षण चल रहा है। इस प्रशिक्षण में लखनपुर ब्लाक के प्राथमिक पाठशाला भण्डारपारा की शिक्षिका कलावती भी शामिल हो रही है। कलावती की चार वर्षीय बेटी भी है। सोमवार से प्रशिक्षण आरंभ हुआ है। पहले दिन से ही बेटी भी साथ में ही रहती है। मंगलवार को प्रशिक्षण का दूसरा दिन था। कलावती अपनी मासूम बेटी के साथ पहुंची थी। शिक्षिका कलावती प्रशिक्षण प्राप्त कर रही थी और उनकी बेटी परिसर में ही खेल रही थी। परिसर में जमीन से सटकर एक अंडरग्राउंड पानी की टंकी बनाई गई है।पानी टंकी के ऊपर ढलाई की गई है। थोड़े से हिस्से को खुला छोड़ दिया गया है।
इस खुले हिस्से में सुरक्षा के नाम पर सिर्फ एक कमजोर लकड़ी का टुकड़ा रख दिया गया था। दोपहर लगभग 12 बजे बच्ची कहीं नजर नहीं आ रही थी। अचानक हुए इस घटनाक्रम से शिक्षिका सहित जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान प्रबंधन में आपाधापी मच गई। यहां प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रशिक्षार्थियों के साथ शिक्षकों को खोजबीन में लगाया गया। आसपास खोजबीन की गई लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चल रहा था। इसी बीच पानी टंकी पर लोगों का ध्यान गया। उसके ऊपर रखा गया कमजोर लकड़ी का टुकड़ा नजर नहीं आ रहा था।तब टंकी में ही गिरने का संदेह गहरा गया। बीटीआई में ही प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे चेतन नमक छात्र को टंकी में उतारा गया। जब वह नीचे उतरा तो बालिका मिली वह अचेत हो चुकी थी। तत्काल उसे नजदीक के निजी अस्पताल ले जाया गया। यहां जांच के बाद चिकित्सकों ने बालिका को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद वह पुलिस अधीक्षक अखिलेश कौशिक के नेतृत्व में पुलिस टीम ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। प्रबंधन से जानकारी भी ली गई।