रायपुर, 28 फरवरी 2024। छत्तीसगढ़ शासन के धर्मस्व, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के नेतृत्व में राजिम कुंभ कल्प को रामोत्सव की थीम पर सजाया गया है। साथ ही विभिन्न धार्मिक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। इसी कड़ी में मेला स्थल के नदी तट पर लेज़र लाइट प्रदर्शन के लिए भी संरचना बनायी गयी है। जिसमें लेजर लाइट के माध्यम से विभिन्न आकृतियां प्रदर्शित की जा रही है। मेला स्थल में लगे बड़े स्क्रीन में भगवान श्रीराम से जुड़ी थ्रीडी प्रेजेंटेशन वाली शॉर्ट फिल्म दिखाई जा रही है। इसमें भगवान श्री राम के जीवन चरित्र और आदर्शों को दिखाया जा रहा है। जिसे देखकर मेला आगंतुक भक्ति में भाव विभोर हो रहे है।
राजिम कुंभ में शॉर्ट वीडियो के माध्यम से छत्तीसगढ़ शासन के विभिन्न योजनाओं को भी प्रदर्शित किया जा रहा है। जिसमें महत्वपूर्ण योजना महतारी वंदन योजना के बारे में वीडियो के माध्यम से जानकारी दी जा रही है। विवाहित महिलाओं सहित पेंशन प्राप्त करने वाली परित्यकता और विधवा महिला को भी इस योजना में शामिल किया गया है। साथ ही राज्य शासन द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी जा रही है। इसके माध्यम से मेला आगंतुक छत्तीसगढ़ शासन की योजना का पूरा-पूरा लाभ उठाने के लिए जागरूक हो रहे है। इसी तरह मामा-भांजा मंदिर से लेकर लोमष ऋषि आश्रम तक लक्ष्मण झूला को रंग-बिरंगे लाईट्स के माध्यम से सजाया गया है, जिससे मेला आने वाले श्रद्धालु आकर्षित हो रहे है।
धर्मस्व मंत्री अग्रवाल की माता जी के निधन पर दी गई विनम्र श्रद्धांजलि
कार्यक्रम के दौरान संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल की माता जी के निधन की सूचना प्राप्त होने पर समूचे कुंभ कल्प क्षेत्र में सन्नाटा छा गया। मुख्य मंच पर हो रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम को तत्काल रोककर उपस्थित जनप्रतिनिधि, प्रजापिता ब्रह्मकुमारी के बहनों, अधिकारी-कर्मचारी एवं जनसमुदाय, कलाकरों एवं आयोजकों द्वारा दुःख व्यक्त करते हुए दो मिनट का मौन धारण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मृतात्मा की शांति तथा शोकाकुल परिवारजनों को इस दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करने ईश्वर से प्रार्थना की।
मुख्य मंच पर कर्मा, ददरिया, देवार गीतों की हुई शानदार प्रस्तुति
राजिम कुंभ कल्प-2024 के चौथे दिन मुख्य मंच पर कर्मा, ददरिया, देवार गीतों की शानदार प्रस्तुति हुई। हमर छत्तीसगढ़ लोक कलामंच के रोशन साहू ने ददरिया, करमा, देवार गीतों के माध्यम से समा बांधा। सुश्री भावना टांक ने शास्त्री गायन के माध्यम से राम भगवान की महिमा को जनता तक पहुंचाने की कोशिश की। सुश्री गोपा सान्याल के द्वारा भजन संध्या की प्रस्तुति दी गई। जिसमें गणेश वंदना के साथ प्रभु श्रीराम का स्मरण करते हुए मंच सहित विशाल दर्शक दीर्घा को भी भक्तिमय माहौल बना दिया।
क्रमांक-5730/सुनील त्रिपाठी