Raigarh News: छिछोरउमरिया अलेख महिमा आश्रम पहुंची ओपी चौधरी की माता

0
43

आंचलिक विश्व शांति ब्रम्हयज्ञ महिमा बाल्यलीला आयोजन में हुईं शामिल
समाजसेवी सुशील मित्तल ने भी ब्रम्हअवधूत बाबाओं का लिया आशीर्वाद

रायगढ़। पुसौर अंचल के 32 गांवों के सामूहिक प्रयासों से छिछोरउमरिया में आयोजित 12 वां आंचलिक विश्व शांति ब्रम्हयज्ञ महिमा बाल्यलीला मंगलवार 20 फरवरी को धूनी मंदिर में सामूहिक पूर्णाहुति के साथ संपन्न हो गया। इस आयोजन में शामिल होने के लिए दूर-दूर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और पूर्णाहुति में शामिल हुये। अंतिम दिन रायगढ़ विधायक और प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओपी चौधरी की माताजी भी अलेख महिमा आश्रम पहुंची और ब्रम्हअवधुत बाबाओं का आशीर्वाद प्राप्त किया। धूनी मंदिर में पूर्णाहुति के बाद महाप्रसाद भंडारे का भी आयोजन किया जहां हजारों लोगों ने पूरी श्रद्धा के साथ भंडारा का प्रसाद ग्रहण किया। तीन दिनों तक चले अलेख महिमा आश्रम के इस आयोजन के दौरान गांव अलेख महिमा की भक्ति में सरोबार रहा।























पुसौर से लगे छिछोरउमरिया में अलेख महिमा आश्रम द्वारा इस साल 12 वां आंचलित विश्व शांति ब्रम्हयज्ञ महिमा बाल्यलीला का आयोजन किया गया था। 18 फरवरी से 20 फरवरी तक चले इस आयोजन में शामिल होने के लिए पुसौर और आसपास के गावों के साथ ही ओड़िशा से भी काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और ब्रम्हअवधूत बाबाओं का आशीर्वाद प्राप्त किया। मंगलवार 20 फरवरी को आंचलिक विश्व शांति ब्रम्हयज्ञ महिमा बाल्यलीला का अंतिम दिन था, ऐसे में धूनी मंदिर के विशाल यज्ञ मंडप में आहुतियां देने के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी। कोई यज्ञ में नारियल चढ़ा रहा था तो कोई यज्ञ में अगरबत्ती अर्पित कर धूनी मंदिर की परिक्रमा लगा रहा था। जैसे-जैसे सूरज चढ़ता गया वैसे-वैसे श्रद्धालुओं की भीड़ भी बढ़ती चली गई। रायगढ़ विधायक और कैबिनेट मंत्री ओपी चौधरी की माता कौशल्या देवी भी आयोजन के अंतिम दिन छिछोरउमरिया पहुंची जहां आयोजन समिति की ओर से उनका फुलमालाओं से स्वागत किया गया। इसके बाद वे समाजसेवी सुशील मित्तल के साथ धुनी मंदिर पहुंची और मंदिर की परिक्रमा की। साथ ही सत्संग प्रवचन स्थल में जाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया फिर अलेख महिला आश्रम पहुंचकर अलेख महिमा आश्रम में बक्लधारी ब्रम्हअवधूत बाबा विरेन्द्र कुमार दास, वरूण बाबा और चक्रदास बाबा के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करते हुए आश्रम में भी भोजन प्रसाद ग्रहण किया। ये आयोजन पुसौर अंचल के 32 गांवों के सामूहिक प्रयासों से किया गया था लिहाजा गांव की माटी से जुड़े हर शख्स ने इसमें सहभागिता निभाई और व्यवस्था बनाये रखने में अपना योगदान दिया। ब्रम्हयज्ञ के अंतिम दिन रायगढ़ के समाजसेवी सुशील मित्तल और उनके परिवार के सदस्यों ने भी छिछोरउमरिया पहुंच कर अलेख महिमा आश्रम में ब्रम्हअवधूत बाबा विरेन्द्र कुमार दास, वरूण बाबा और चक्रदास बाबा का आशीर्वाद प्राप्त किया साथ ही धूनी मंदिर में जाकर मत्था टेका। चूंकि छिछोरउमरिया समाजसेवी सुशील मित्तल का पैतृक गांव है, लिहाजा वे हर साल यहां आयोजित विश्वशांति ब्रम्हयज्ञ महिमा बाल्यलीला के आयोजन में शामिल होते हैं और ब्रम्हअवधूत बाबाओं का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।



































LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here