एमएमयू के माध्यम से जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रों में मिलेगी स्वास्थ्य सुविधाएं
रायगढ़, 12 फरवरी 2024/ आयुष विभाग द्वारा जिले के सुदूर क्षेत्रों में आयुर्वेद के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने जिले में आयुष मोबाईल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) सेवा की शुरुआत की है। जिसको कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने आज कलेक्ट्रेट परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ.मीरा भगत ने बताया कि राष्ट्रीय आयुष मिशन अंतर्गत संचालनालय आयुष रायपुर छत्तीसगढ़ से प्राप्त निर्देशानुसार भारत सरकार आयुष मंत्रालय से छत्तीसगढ़ के प्रति संभागवार एक-एक आयुष मोबाईल मेडिकल यूनिट द्वारा चिन्हांकित पहुंच विहीन दूरस्थ अंचलों में योजना का संचालन किया जाएगा। जिसके तहत बिलासपुर संभाग से एकमात्र यूनिट का संचालन रायगढ़ तथा सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में किया जाएगा। आयुष मोबाइल मेडिकल यूनिट से रायगढ़ एवं सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के दूरस्थ ग्रामों में वर्षभर साप्ताहिक रोस्टरवार शिविर लगाया जाएगा। जिसमें विकासखंड तमनार के बिरहोर बाहुल्य ग्राम कोडकेल, कचकोबा, विकासखंड धर्मजयगढ़ के ग्राम कमोसिनडांड, विकासखंड घरघोड़ा के ग्राम चारमार, विकासखंड लैलूंगा के ग्राम पोटेबिरनी, विकासखंड खरसिया के ग्राम पंडरमूडा एवं जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ अंतर्गत विकासखंड बरमकेला के ग्राम परसरामपुर, विकासखंड सारंगढ़ के ग्राम गुडेली में जिला मुख्यालय से आयुष डाक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा ग्रामीणों को आवश्यक उपचार कर नि:शुल्क दवाइयां वितरित की जाएगी ।
ग्राम कोडकेल में 13 फरवरी से शिविर का आयोजन प्रारंभ होगा। जिला प्रशासन की पहल पर आयुष विभाग द्वारा सुदूर अंचलों में स्थित ऐसे गांवों का शिविर के लिए चयन किया गया है। जहां जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र है एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए लोगों को दूर जाना पड़ता है। ऐसे जगहों में विभाग द्वारा जीवन शैली जन्य रोग मधुमेह, उच्चरक्त, पक्षाघात, चर्मरोग, स्त्रीरोग, मौसमी बीमारियां एवं कुपोषण एनीमिया, गर्भावस्था, जरारोग आदि से संबंधित परामर्श एवं उपचार किया जाएगा। विभाग द्वारा शिविर में ब्लड प्रेशर, रेपिड मलेरिया टेस्ट, ब्लड शुगर, प्रेगनेंसी टेस्ट आदि की तत्काल निदान हेतु जांच सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस अवसर पर जिला आयुर्वेद चिकित्सालय रायगढ़ प्रभारी डॉ.नीरज मिश्रा एवं आयुष विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।