नई दिल्ली,वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि करीब एक करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं. अभी मौजूदा 2 करोड़ लखपति दीदी का लक्ष्य बढ़ाकर 3 करोड़ किया जा रहा है. वित्त मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं के विकास पर खास ध्यान दे रही है. लखपति दीदी इसी का हिस्सा हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 9 करोड़ महिलाओं के जीवन में बदलाव आया है. लखपति दीदी से आत्मनिर्भरता आई है. इसके साथ ही वित्त मंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यक्रमों में भी तेजी लाने की बात कही.
निर्मला सीतारमण ने बताया कि अब तक एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जा चुका है. बता दें कि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने भी बजट सत्र के पहले दिन लोकसभा एवं राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए लखपति दीदी योजना का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था, ‘हम सब जानते हैं कि महिलाओं के लिए आर्थिक स्वतंत्रता के क्या मायने हैं. सरकार महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का अभियान चला रही है.
लखपति दीदी योजना क्या है?
लखपति दीदी योजना देश में महिलाओं के लिए चलाई जाने वाली स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी है. इसे शॉर्ट में एसएचजी कहते हैं. इन समूहों में महिलाओं की भागीदारी सबसे अधिक है. इन स्वयं सहायतों समूहों में बैंक वाली दीदी, आंगनबाड़ी दीदी, दवाई वाली दीदी शामिल हैं. लखपति दीदी योजना महिलाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम है, जो देश की इन दीदी को स्किल ट्रेनिंग देकर उन्हें पैसा कमाने के योग्य बनाया जाता है.
बता दें कि महिलाओं को आर्थिक तौर पर इंपॉवर करने के लिए 15 अगस्त 2023 को लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखपति दीदी योजना के बारे में जिक्र किया था. आर्थिक रूप से वंचित बैकग्राउंड की महिलाओं को आगे लाने के लक्ष्य के साथ ये योजना शुरू की गई थी.