पुर्नमूल्यांकन में 4 हजार स्टूडेंट्स पास होंने का मामला गर्माया, छात्रनेता फिर पहुंचे विश्वविद्यालय…आंदोलन की चेतावनी दी
रायगढ़ टॉप न्यूज 30 नवंबर 2023 । शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय में पुर्नमूल्यांकन के रिजल्ट में 14 हजार फेल हुए स्टूडेंट्स में 4 हजार उतीर्ण हो जाने का मामला गर्मा गया है। बुधवार को एनएसयूआई के छात्र संगठन फिर से स्टूडेंट्स के साथ विश्वविद्यालय पहुंचे, वहां पर जो छात्र-छात्राएं तीन या चार विषयों में फेल हो गए है । पुर्नमूल्यांकन नहीं करा पा रहे है, वे आरटीआई ( सूचना के अधिकार) के तहत उत्तरपुस्तिका मांगने के लिए अर्जी लगाई है। बुधवार को करीब 25 स्टूडेंट्स ने अर्जी लगाई है, हालांकि इसके पहले भी काफी संख्या में छात्र छात्राओं ने आरटीआई के लिए अर्जी लगा चुके हैं। यह संख्या और बढ़ जाएगी। परीक्षा समिति में इन प्रस्तावों को ले जाना पड़ेगा, इसमें अहम निर्णय होगा ।
इधर छात्र संगठनों ने विश्वविद्यालय के अफसरों से मांग उठाई हैं कि आरटीआई में जल्द से जल्द उत्तरपुस्तिकाओं को उपलब्ध कराए जाने की मांग उठाई है। जिसमें पेपर जल्द मिलेगा तो उसका वैल्यूएशन जल्दी हो सकेगा, जो स्टूडेंट्स पूरक पात्रता नहीं रखे है । वैल्यूएशन के बाद उनकी स्थिति स्पष्ट हो सकेगी, हालांकि छात्र छात्राओं को विश्वविद्यालय प्रबंधन ने आश्वासन दिया हैं कि जल्द से जल्द कापियों को उन्हें उपलब्ध करा दिया जाएगा। इधर एनएसयूआई ने विश्वविद्यालय को चेतावनी दी हैं कि यदि जल्द उत्तरपुस्तिकाएं नहीं दी जाती है तो आने वाले 4-5 दिसंबर को व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
इधर पूरक को लेकर संशय की स्थिति बनी
शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय ने पूरक की पात्रता रखने वाले स्टूडेंट्स से एग्जाम फार्म भरवाना शुरु कर दिया गया है, 5 दिसंबर तक विलंब शुल्क के साथ आवेदन लिया जाना है। इधर छात्र संगठनों से जुड़े लोग इस तारीख को आगे बढ़ाने की मांग को लेकर भी अड़े हुए है, क्योंकि आरटीआई में जो आंसर शीट निकलेगी, उसका वैल्यूएशन होने के बाद यदि नंबर बढ़ता है तो उसमें भी कई छात्र पूरक की पात्रता में आ जाएंगे, ऐसे में आखिरकार छात्र – छात्राओं की मांग पर विश्वविद्यालय को झुकना ही पड़ेगा । रिव्यू कमेटी ने भी कुछ नहीं किया- इधर विश्वविद्यालय के अफसरों ने बताया कि परीक्षा परिणाम आने के बाद रिव्यू कमेटी बनाई गई थी। इस मामले को कार्यपरिषद में भी ले जाने की तैयारी थी, लेकिन आचार संहिता लग जाने की वजह से कार्य परिषद की बैठक नहीं हो पाई । क्योकि इस बैठक में जनप्रतीनिधियों भी शामिल होते हैं । इस तरह रिव्यू कमेटी का भी कुछ नहीं हो पाया, अभी भी मामला अधर में लटका हुआ है, इसमें कुछ भी नहीं हो पाया है।